Thursday, February 21, 2013

Maa Baap ka Kayal

हम ने देखा है कभी कभी कोई माँ बाप अपने बच्चों को बहुत पढ़ा देता है और कभी तो वो अपने बच्चों को इतना पढ़ा देते है की वो अपने माँ बाप को ही कम समझने लगता है या फिर तुच्छ समझ लेते है इस लिए
बच्चो को इतना भी नहीं पढ़ाव की वो आपको ही पढ़ाने लगे .
और ये भी देखा है की कोई माँ बाप अपने बच्चों को पढ़ाते ही नहीं फिर ये भी देखा है की कोई बच्चो को टिक उतना ही पढ़ते है जितना उनका काम चले गुजर हो .......
अब ये भी देखा गया है की जो अपने बच्चो को पढ़ने के साथ अपना कायल भी रख़ते है वो बहुत खुश है निर्बर नहीं है और जो माँ बाप ऐसा नहीं करते वो बहुत रोते है और फिर बहुत कोशिश के बाद भी हालत नहीं बदलते है ........इस लिए बाला करो पर ऐसा न हो की आपका बुरा हो ...कुछ करके परेशां और कुछ नहीं करके परेशां ..
शयद अभी कुछ ज़िन्दगी के नए पहलूवो को हमको  समझना बाकि है अभी सितारों के आगे कुछ सफ़र बाकि है .


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