Thursday, March 21, 2013

मौत दो बातों पर हँसती है

मौत दो बातों पर हँसती है

हम अपने मौत को कभी कभी याद करते है
 और किसी के मौत पर बहुत दुखी भी होते है 
और कभी ऐसा भी होता है हम बिमार होते है 
तो डॉक्टर के पास जाते है और कुछ ऐसा भी होता है 
तो तब, डॉक्टर कहता है मरीज को की तुम निश्चिंत रहो में हु ना
और दूसरा जब किसी के मरने पर कोई आदमी कहता है "बेचारा चल बसा " 
और ये कहने वाला इस अंदाज़ में कहता है जैसे वह कभी नहीं मरेगा 
मौत उसके इस अंदाज़ पर हँसती है और कहती है; टीक है बच्चू ! 
तूने उसको "बेचारा" कहा तो अब तेरा ही नंबर है 
यहा कौन है ? जो मुत्यु की क्यू  में न खड़ा हो ?
और मुझे लगता है अगर हम रोज अपने मौत को याद कर ले 
तो कोई गलत कर्म हम से नहीं होगा 
सोचो दिल से .................

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