Friday, March 29, 2013

आंख और जुबान

आंख  और  जुबान 

मनुष्य जीवन में बदलाव एक नया पण लता है और सुना भी है परिवर्तन संसार का नियम है 
इस लिए जब भी कोई गड़बड़ी नज़र कही भी नज़र आये तो परिवर्तन एक मात्र मंत्र है उसका उपयोग करे 
आईये  एक नज़र संसार पर डाले आज मनुष्य जाती में दो पुरानी बुराईया दिखाई देती है 
एक ताने मरने की याने किसी की भी कमी देख उसको डाटना या कडवे बोल बोलना 
दूसरा आंख दिखाना  याने किसी के प्रति बुरी नज़र या फिर किसी की कामयाबी पर जलना 
पुरुष और महिला दोनों में ये देखा गया है ...." एक संत कहते है पुरुष आंख दिखाना  और महिलाए  ताने मरना 
छोड़ दे तो जीवन और समाज के आधे -संघर्ष  खत्म हो जायेंगे ."
अस्त्र -शास्त्र से अब तक जितने लोग नहीं मरे होंगे उससे भी अधिक लोग ताने और आंख दिखने  से मर चुके है 
अगर हम ऊपर की बातो से सहमत है तो आईये एक छोटा सा परिवर्तन करते है 
बस , अपनी आंख और जुबान को संभाल ले, सब कुछ संभल जायेंगा आंख और जुबान बहुत ही नाजुक है इस लिए इनका उपयोग संभल कर करना है क्यू की सारा गड़बड़ इन्ही से सुरु हुवा है इस लिए अब इन्ही को टिक से चलाना  है तब सब कुछ टिक हो सकता है


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