Sunday, August 25, 2013

Meri Dadi " Dadi Prakash Mani "

"ना ये चाँद होगा"
 


ना ये चाँद होगा ना तारे रहेगे
मगर हम हमेशा तुम्हारे रहेगे
ना ये चाँद होगा

नज़र ढूँढती थी जिसे पा लिया है
उमीदों के फुलो से दामन भरा है
ये दिन हमको सब दिन से प्यारे रहेगे
ना ये चाँद होगा

कहूँ क्या मेरे दिल का अरमान क्या है
तुम्हे हर घड़ी चूमना चाहता है
कहाँ तक भला जी को मारे रहेगे
ना ये चाँद होगा

सहारा मिले जो तुम्हारी हँसी का
भुला देगे हम सारा गम ज़िंदगी का
तुम्हारे लिए है तुम्हारे रहेगे
ना ये चाँद होगा

 बिच्छाड़कर चले जाए तुमसे कही
तो ये ना समझना मुहब्बत नही
जहाँ भी रहे हम तुम्हारे रहेगे
ना ये चाँद होगा

ज़माना अगर कुछ कहेगा तो क्या
मगर तुम ना कहना हमे बेवफा
तुम्हारे लिए है तुम्हारे रहेगे
ना ये चाँद होगा


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