Monday, April 11, 2016

आप को देख कर देखता रह गया - gazal

      

आप को देख कर देखता रह गया
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया

आते आते मेरा नाम सा रह गया
उसके होंठों पे कुछ कांपता रह गया

वो मेरे  सामने ही गया
और मैं रस्ते की तरह देखता रह गया




झूठ वाले कहाँ से कहाँ बढ़ गये
और मैं था के सच बोलता रह गया


आते आते मेरा नाम सा रह गया
उसके होंठों पे कुछ कांपता रह गया
आते आते मेरा नाम सा रह गया


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