Thursday, October 31, 2013

देखा है तेरी आँखों में प्यार ही प्यार बेशुमार



देखा है तेरी आँखों में प्यार ही प्यार बेशुमार
पाया है तेरी बातों में प्यार ही प्यार बेशुमार
देखा है तेरी आँखों में...

ऐ बहारों की परी, ये है तक़दीर मेरी
जो भी समझा है मुझे, वो इनायत है तेरी
देखा है तेरी आंखों में...

मेरे अच्छे थे करम, जो मुलाक़ात हुई
मेहरबाँ हुस्न हुआ, क्या अजब बात हुई
देखा है तेरी आँखों में...

मैंने सोचा भी न था, मुझको मिल जायेगी तू
जैसे लहराये सबा, वैसे लहरायेगी तू
देखा है तेरी आंखों में...
फ़िल्म  :- प्यार ही प्यार (1969)
संगीत :-  शंकर-जयकिशन
लिखा :-  हसरत जयपुरी
गायक :- मो.रफ़ी

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