देखा है तेरी आँखों में प्यार ही प्यार बेशुमार
पाया है तेरी बातों में प्यार ही प्यार बेशुमार
देखा है तेरी आँखों में...
ऐ बहारों की परी, ये है तक़दीर मेरी
जो भी समझा है मुझे, वो इनायत है तेरी
देखा है तेरी आंखों में...
मेरे अच्छे थे करम, जो मुलाक़ात हुई
मेहरबाँ हुस्न हुआ, क्या अजब बात हुई
देखा है तेरी आँखों में...
मैंने सोचा भी न था, मुझको मिल जायेगी तू
जैसे लहराये सबा, वैसे लहरायेगी तू
देखा है तेरी आंखों में...
फ़िल्म :- प्यार ही प्यार (1969)
संगीत :- शंकर-जयकिशन
लिखा :- हसरत जयपुरी
गायक :- मो.रफ़ी
संगीत :- शंकर-जयकिशन
लिखा :- हसरत जयपुरी
गायक :- मो.रफ़ी
No comments:
Post a Comment