श्याम कहे समुंदर कहे या सुंदर
लोगो की बात कुछ और है और हमारी कुछ और है
एक तस्वीर मेरे सामने
जैसे श्याम डल रहा हो
एक तस्वीर मेरे सामने
जैसे समुंदर से पानी जा मिल रहा हो
एक तस्वीर मेरे सामने
जैसे सुंदर दूसरा ना कोई है
मोहबत की क्या बात कहे हम
श्याम कहे समुंदर कहे या सुंदर
मोहबत की बात लोग जब भी बात करते है
श्याम का ही वक्त लगता है सुहाना
समुंदर सी गहराई उसमे शयद कोई नाप सके
सुंदर इतना की उसके आगे हर चीज फीका
मोहबत की क्या बात कहे हम
श्याम कहे समुंदर कहे या सुंदर
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