Sunday, January 12, 2014

" एक कहानी है ज़िंदगानी "

 एक कहानी है ज़िंदगानी
 
 
 
एक कहानी है ज़िंदगानी
किसी जुबां से किसी कलम से
अपने अपने अंदाज़ में
बया होती है ज़िंदगानी
एक कहानी है ज़िंदगानी
किसी के दर्द से किसी के
आंसू से किसी के मुस्कान से
किसी के अल्फाज से
कहती है कुछ ज़िंदगानी
एक कहानी है ज़िंदगानी


आप और हम और लोग
सभी है इस राह पर
हर कोई समझना चाहता है
ज़िंदगानी का असली रंग
एक कहानी है ज़िंदगानी
मेरे मन में रोज कुछ सवाल आते है
श्याम तक कुछ हल होते है कुछ रह जाते है
शयद आप के साथ भी ऐसा ही होता है
एक कहानी है ज़िंदगानी
आज हम कल कि बाते सुनते है
और कल हम आज कि सुनेंगे
हर लम्हा अपनी कहानी बनता है
आप कि भी एक कहानी है
मेरी भी एक कहानी है
एक कहानी है ज़िंदगानी
एक कहानी है ज़िंदगानी

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