Wednesday, January 29, 2014

" वीर महावीरों कि बाते मुझे अच्छे लगते है ' Hindi Kavitha

वीर महावीरों  कि बाते मुझे अच्छे लगते है
पर आज के युग में शयद वो बाते सम्भव नहीं
देश पर कुर्बान उन बलिदानो को सलाम
आज अपने घर में सब हिलमिलकर रहे
ये भी कोई कम बात नहीं
वीर महावीरों  कि बाते मुझे अच्छे लगते है
कल कि बात है दादाजी मुझे महाराणा प्रताप 
कि वीर गता सुनायी, मेरे भी रोंगटे खड़े हो गए 
सा ह्रदय से करता हु में उनको प्रणाम 
देश पर कुर्बान उन बलिदानो को सलाम
आज अपने घर में सब हिलमिलकर रहे
ये भी कोई कम बात नहीं
वीर महावीरों  कि बाते मुझे अच्छे लगते है
वक्त बदला है आज ना हाथी है ना घोड़े 
ना ही वो तलवार ना ही वो राजशाही 
देश पर कुर्बान उन बलिदानो को सलाम
आज अपने घर में सब हिलमिलकर रहे
ये भी कोई कम बात नहीं
वीर महावीरों  कि बाते मुझे अच्छे लगते है
आज उम्र कम पर काम बड़े का जमाना है 
मुख रंगीन हाथो में सफ़ेद दीया सलाई 
कभी काच कि बोतल हाथ में  तो 
कभी काली सफेद डिब्बी हाथ में 
ये मुझे कभी अच्छे नहीं लगते
देश पर कुर्बान उन बलिदानो को सलाम
आज अपने घर में सब हिलमिलकर रहे
ये भी कोई कम बात नहीं
ये भी कोई कम बात नहीं

रमेश खाड़े
 

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