Thursday, August 25, 2022

बच्चों का कुकिंग कैसा होना चाहिए उनके दांतो का केयर कैसे करना चाहिए



 नमस्कार साथियों आप सभी से रूबरू होने का एक और मौका मिला है जैसे कि आप सभी जानते हैं मैं एक शो होस्ट करता हूं जिस का नाम है बातें मुलाकाते आज मैं अपनी टॉक शो में डॉ स्वाति से बात कर रहा था जो कि एक बच्चों की दांतों की स्पेशल डॉक्टर है मुझे खुशी हुई कि आज बच्चों के बारे में बात करते है और वह भी बच्चों का कुकिंग कैसा होना चाहिए उनके दांतो का केयर कैसे करना चाहिए इसके लिए बहुत सारी जानकारी डॉ साहिबा के पास है तो मैंने सोचा कि क्यों ना बात किया जाए तो आखिर वो समय आ गया बातें मुलाकाते प्रोग्राम में डॉ स्वाती जी से बात करने का सबसे पहले तो मैंने उनका स्वागत किया और उसके बाद पूछा कि आप इस फील्ड में कैसे आ गए तो स्वाती ने बताया उनके पापा स्पीड में थे वह भी एक डेंटिस्ट है तो उन्हे भी इस फील्ड का एक बचपन से ही आकर्षण बना था और जैसे ही पढ़ाई पूरा किया उसके बाद इसी फील्ड में आगे बढ़े तो फिर मैंने पूछा के बच्चे हैं मां का दूध अमृत के समान है तो इसके बारे में आप का विचार क्या है अगर किसी बच्चे को मां का दूध नहीं मिलता पर्याप्त तो ऐसे में क्या अल्टरनेटिव होना चाहिए डॉ स्वाति ने बड़े प्यार से कहा कि मां का दूध अमृत है वही पिलाना है और कभी ऐसा कुछ ऐसी बात हो जाए की कभी कभी माँ का दूध कम होता है उनके लिए फिर हम गाय का दूध है या मार्केट मे जो अच्छा दूध है वो डॉक्टर के निर्देश से पिला सकते हैं उसे गर्म करके फिर ठंडा करके उसे दे सकते हैं और स्वाती जी ने भी बताइए बच्चों को शुरू से ही बहुत मीठा ना दे मीठा देने से क्या होता है उनके दांतो के प्रॉब्लम्स हो जाता तो इसीलिए मीठा कम दे साथ में ये भी कहा कभी ज्यादा मीठा हो जाए तो उनके दांत अच्छे से साफ कर दे तो प्रॉब्लेम नहीं होगा लेकिन हम कभी ऐसे सोचते नहीं है ना बार-बार इसका आपको ध्यान रखना होगा यह एक बहुत ही अच्छी बात बताएं बच्चों के दांतो को बच्चों के मसूड़ों को ठीक रखने के लिए अगर शुरू में हम कम चीनी दे तो अच्छा है और अगर कभी बाई चांस ज्यादा दे दिया तो उसकी सफाई अच्छी तरह से करना ताकि नुकसान कम होगा, इसके बाद मेरा दूसरा सवाल था कि कई बार बच्चों को हम लोग देखते है जब दांत आते हैं तो बहुत सारे मुश्किलें होती है जैसे मोशन होना उलटी होना तब डॉक्टर स्वाती जी ने बताया भाई बच्चों के दांत आना शुरू हो जाते हैं तो वह कोई भी चीज को चाबना सुरू करते है कोई भी चीज उसके हाथ में या जाए वो मुह में रखकर चाबना सुरू करता है जिसके कारण इंफेक्शन जैसा हो जाता है और पेट खराब हो जाता है तो बच्चों के आसपास हमें बहुत सफाई रखनी चाहिए और जो भी खिलौने वगैरह वह उनके पास रखे तो वह ऐसी खिलाने हो जो साफ-सुथरे हो तो वह मुंह में भी अगर उनको थोड़ा सही सिंह जैसा हो जाता है दांत आते हो तो वह मुंह में हर खिलौने हो उससे उसका नुकसान ना हो साफ सुथरा हो खिलौने बाकी ऐसा हो भी गया तो कोई डरने की बात नहीं उसके लिए दावा भी है और बच्चा जब छे महीने का हो तो कुछ-कुछ चीजें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खिलाना शुरू कर देना चाहिए और घर की बनी हुई चीजें ही उसको खिलाने से ज्यादा बेटर और जो भी बाहर के प्रोडक्ट है उसे ना खिलाए बच्चे को जितना हो सके घर का ही बना हुआ स्पेशली उसके लिए बनाए मूंग की खिचड़ी बना दिया आलू उबाल करके दे दिया कुछ ऐसी चीजें जो है वह खा सके ऐसी चीजों को गर्म करके आप थोड़ा बहुत ही कम मात्र में दे सकते हैं जिससे उसको एक टेस्ट शुरू हो जाए और बच्चे को खाने की आदत हो जाए फिर मैंने कहा कि आजकल प्रोटीन पाउडर भी खिलाना पड़ता है तो डॉक्टर साहब ने बड़ी अच्छी बात कही जरूरी यह नहीं है कि हम बाहर की चीजें होने दे जरूरी है कि घरेलू जो चीजें हैं घर में आप अगर बादाम अखरोट को थोड़ा सा पीस के हलका गरम दूध में मिलकर दे तो प्रोटीन की मात्रा पूरी हो जाती है मैंने कहा जाते-जाते छोटा सा मैसेज दे स्वाती जे ने कहा सभी हल्दी रहे हंसते मुस्कुराते रहे ऐसी शुभकामनाएं की उसके बाद हमने भी उनके लिए ढेर सारी शुभकामनाएं की फिर मैंने कहा कि आप अगली बार नए विषय को लेकर जरूर आएगा आपके पास बहुत सारे विषय हैं आप साइकिलिंग के बारे में भी बताना चाहते हैं महिलाओं का स्वास्थ्य कैसे अच्छा हो इसके बारे में भी आपके पास अच्छी जानकारी है तो एक नए विषय को लेकर हम बात करेंगे साथियों इसी के साथ मैं भी अभी यज्ञ चाहता हूँ अपने मुझे सुन और पढ़ इस के लिए आप लोगों का भी बहुत-बहुत धन्यवाद


https://www.youtube.com/watch?v=CewSoyAJ3EQ



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