Wednesday, July 16, 2014

Hindi Motivational stories..........................जापानी सैनिकों की देशभक्ति

जापानी सैनिकों की देशभक्ति 

    जापान के लोग अपनी देशभक्ति और राजभक्ति के लिये प्रसिद्ध है। अपने देश के लिये हँसते-हँसते प्राण देना जापान के लोग बड़े गौरव की बात मानते है। एक बार रूस और जापान में युद्ध हुआ था। रूस-जैसे बड़े देश को जापान ने उस बार हरा दिया था। उस युद्ध में जापानी सैनिकों ने वीरता के बड़े-बड़े काम किये थे। उन में से एक उदहारण आपको सुना रहे है। 

          एक किले पर रुसी सेना का अधिकार था। किले के चारों ओर गहरी खाई थी और उस में पानी भरा हुआ था। खाई के ऊपर का पुल रुसी लोगों ने तोड़ दिया था। किले में रूस के थोड़े-से सैनिक थे, किन्तु खाई को पार किये बिना किले पर अधिकार नहीं हो सकता था। युद्ध में उस किले का बहुत महत्त्व था। जापानी सेनापति के पास खाई पर पुल बनाने का सामान नहीं था। और डर यह था कि दूसरे दिन और रुसी सेना वहाँ आ जायेगी। 

   सेनापति कुछ सोचकर सैनिकों से कहा - "इस खाई को मनुष्यों के शरीर से भर देने को छोड़कर दूसरा कोई उपाय नहीं है। जापान के लिये जो प्रसन्नता से अपना बलिदान करना चाहें, वे दो पद आगे बढ़े। " पूरी-की-पूरी सेना दो पद आगे बढ़ आयी। एक भी सैनिक ऐसा नहीं था, जो प्राण देने में पीछे रहना चाहता हो। सेनापति ने सब को नम्बर बोलने को कहा। उसके बाद उसने आज्ञा दी कि प्रति पाँचवा सैनिक कपड़े उतार दे और हथियार रखकर खाई में कूद पड़े। एक के ऊपर एक जापानी सैनिक उस खाई में धड़ाधड़ कूदने लगे। खाई उनके शरीर से भर गयी।

       अपने देशभक्त वीर सैनिकों की लाशों के पुल पर से जापानी सेना और उनकी भारी तोपो ने पुल पार करके उस किले पर अधिकार कर लिया। 

सीख - जिन सैनिकों में इस तरह का साहस और जो बलिदान के लिए पहले खुद आगे बढ़ता है। वह देश कभी नहीं हारता। ऐसे वीरो को पूरी दुनिया सलाम करती है। 


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