क्रिसमस कि कहानी यहाँ से सुरु होती है। ..........
क्राइस्ट के जन्म के संबंध में नए टेस्टामेंट के अनुसार व्यापक रूप से
स्वीकार्य ईसाई पौराणिक कथा है। इस कथा के अनुसार प्रभु ने मैरी नामक एक
कुंवारी लड़की के पास गैब्रियल नामक देवदूत भेजा। गैब्रियल ने मैरी को
बताया कि वह प्रभु के पुत्र को जन्म देगी तथा बच्चे का नाम जीसस रखा
जाएगा। वह बड़ा होकर राजा बनेगा, तथा उसके राज्य की कोई सीमाएँ नहीं
होंगी। देवदूत गैब्रियल, जोसफ के पास भी गया और उसे बताया कि मैरी एक
बच्चे को जन्म देगी, और उसे सलाह दी कि वह मैरी की देखभाल करे व उसका
परित्याग न करे। जिस रात को जीसस का जन्म हुआ, उस समय लागू नियमों के
अनुसार अपने नाम पंजीकृत कराने के लिए मैरी और जोसफ बेथलेहेम जाने के लिए
रास्ते में थे। उन्होंने एक अस्तबल में शरण ली, जहाँ मैरी ने आधी रात को
जीसस को जन्म दिया तथा उसे एक नाँद में लिटा दिया। इस प्रकार प्रभु के
पुत्र जीसस का जन्म हुआ।
सान्ताक्लॉज़ ........