आप भी आइए हमको भी बुलाते रहिये
दोस्ती जुर्म नहीं, दोस्त बनाते रहिये
जहर पी जाइए और बटिये अमृत सबको
जखम भी खायिए और गीत भी गाते रहिये
वक्त ने लूट ली लोगो की तमन्नाए भी
ख़ाब जो देखिये औरो को दिखाते रहिये
सूरत तो आपके भी जेहन में होगी कोई
कभी बन जाएगी तसवीर बनाते रहिये .
जावेद .
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