" जैविक खेती की नयी विधि। "
मानव कल्याणकरी फफूंद
१. मेटारैजियम फफूंद - जमीनि फफूंद है ये जमीन के अन्दर में होने वाले किट
जैसे उदय सफ़ेद आदि को मिटाता है.
इस के लिए आपको १किलो पाउडर मेटारैजियम फफूंद +५०किलो
गोबर के खाद में मिला दे
और छायादार पेड़ के निचे रखे और १ एकार खेत
में डाल दे या बिकराव करे.
२. बवेरिया फफूंद - ये फफूंद जमीन के ऊपर होने वाले किट को मिटाता है इस के लिए शाम को इस का छिडकाव करना है बवेरिया का एक किलो पाउडर और ५०० लीटर पानी में मिला दे ये पुरे एक हेक्टर एरिया में कर सकते है यदि किट का प्रभाव जादा है तो १५ दिन में दोबारा छिडकाव कर सकते है
३. वर्टिसिलियमलाकेनी - (varticiliumlekani) ये एक प्रभावी फफूंद है मोईला और छोटे किट आदि को मिटाता है ये मोईला के ऊपर से फ्रीज़ कर देगा इस के लिए आपको १ किलो वर्टिसिलियमलाकेनी + ५०० लीटर पानी में मिलाकर एक एकर (एकार्ड ) जमीन में छिडकाव करे.
४. ट्रायकोडर्मा फफूंद - इस की दो प्रजातीय है अब दोनों प्रजातीय मिलकर आती है और इस का प्रयोग में जड़ गलन रोंगों में बहुत अच्छा है इस के लिए आपको १०० किलो गोबर +२. ५ किलो (डैकिलो ) मिलकर हल्का पानी का प्रयोग करे ताकि ट्रायकोडर्मा फफूंद अच्छी तरह जाय और उसे जमीन में डाल दे और ट्रायकोडर्मा से बीज का उपचार भी किया जाता है ८ से १० ग्राम ट्रायकोडर्मा बीज में मिलकर बुवाई करे।
५. बेसिलोम्य्सिस लिलेसिनेस फफूंद - ये पाउडर को ले आये और १ किलो को १ एकार्ड में बुवाई से पहले जमीन में मिला दे ये जड़ घाट रोग में काम आता है
६.एनटमोक्स्थोरा फफूंद - जैसे की चिद्दा है पढ्का है जो मार्कर के शारीर को कई हिस्सों में बाट देती है ऐसे
समय पर आप एनटमोक्स्थोरा फफूंद का छिडकाव करेंगे तो पढ्का या चिद्दा इस से मुक्ति होगी।
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