वो ओ ओ ओ...
आसान नही यहाँ आशिक़ हो जाना
पलकों पे काँटों को सजाना
आशिक़ को मिलती है गम की सौगातें
सबको ना मिलता यह खजाना
वो ओ ओ ओ...
बातों से आगे , वादों से आगे
देखो ज़रा तुम कभी हो ओ..
यह तो है शोला, यह है चिंगारी
यह है जवाग भी
वो ओ ओ ओ...
जिस्मों के पीछे , भागे हो फिरते
उतरो कभी रूह में हो..
होता क्या आशिक़, क्या आशिक़ही है
होगी खबर तब तुम्हें
वो ओ ओ ओ...
आसान नही यहाँ आशिक़ हो जाना
पलकों पे काँटों को सजाना
आशिक़ को मिलती है गम की सौगातें
सबको ना मिलता यह खजाना
वो ओ ओ ओ...
बातों से आगे , वादों से आगे
देखो ज़रा तुम कभी हो ओ..
यह तो है शोला, यह है चिंगारी
यह है जवाग भी
वो ओ ओ ओ...
जिस्मों के पीछे , भागे हो फिरते
उतरो कभी रूह में हो..
होता क्या आशिक़, क्या आशिक़ही है
होगी खबर तब तुम्हें
वो ओ ओ ओ...
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