पात्र - ( क्रिश , क्रिश के पिता , जादू , भारत माता , पांच युवा सदाचारी , पांच युवा मायावी , एक वृद्ध , )
एंकर - प्यारे दोस्तों आज हम आपके सामने एक नाटिका दिखा रहे है जिस में भारत का युवा कैसे दिशा हीन बन गया है और फिर से उसे अपने लक्ष्य की तरफ कैसे जोड़े जिस से भारत का और सर्व का कल्याण हो सके।
पहला दृश्य - बिल्डिंग में आग लगी है अन्दर एक बच्ची फसी है बच्ची के माता पिता और कुछ लोग चिल्ला रहे है। बचाव बचाव। …… तभी क्रिश वहाँ आता है और बिल्डिंग के अन्दर जाता है और बच्ची को बचा कर लेकर आता है। और उसे माता पिता के हवाले कर देता है।
क्रिश - ये लो आपकी बच्ची। …
माता पिता - थैंक यू क्रिश
पांच सदाचारी युवा - क्रिश आप ये सब कैसे करते हो ? हमें तो बहुत डर लगता है
क्रिश - कुछ नहीं बस हिम्मत करो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है।
पांच सदाचारी युवा - क्या हम भी आप की तरह बन सकते है ?
क्रिश - हाँ जरूर क्यों नहीं। ……Nothing is Impossible चलो मेरे साथ
गीत - नथिंग इस इम्पॉसिबल .......
दूसरा दृश्य - क्रिश , क्रिश के पिता अपने साधनों के साथ अनुसंधान करते हुए उनके सामने एक लैपटॉप , एक ग्लोब और कुछ लाइट्स और इलेक्ट्रॉनिक चीजें एक मेज पर है और एक कुर्शी इत्यादि। …
क्रिश - हैलो डैड। …
क्रिश के पिता - आज क्या करके आये जनाब !
क्रिश - कुछ नहीं डैड एक बिल्डिंग में आग लगी थी जिस में एक बच्ची फसी थी उसे बचाया।
क्रिश के पिता - क्या वहाँ और कोई नहीं था।
क्रिश - थे तो बहुत पर कोई हिम्मत नहीं कर रहे थे। .
डैड - अच्छा अच्छा ठीक है
क्रिश - डैड काफी दिनों से आप एक ही भारत के नक़्शे को देख रहे हो जब की इस ग्लोब में और भी देश है
डैड - हाँ। मैं एक खोज कर रहा था पुरे विश्व में कौन सा देश सब से शक्तिशाली और सम्पन्न है। और उसी खोज के तहत मुझे ये पता चला की भारत जो है वो सब से शक्तिशाली और सम्पन्न देश था और आज …।
क्रिश - डैड क्या बात है आप रुक क्यों गये …
डैड - क्रिश भारत एक महान देश है जिस की महिमा बहुत है यहाँ आओ ये देखो। ....( लैपटॉप की इशारा करते है और उसी बीच दूसरे पात्र आते है स्टेज के सामने और हल्का सा म्यूजिक और उसके बाद गीत और पात्र एक्शन करते है )
गीत - है प्रीत जहाँ की रीत सदा। ....
( एक युवा और एक वृद्ध और भारत माता - वृद्ध गीत गाते हुए युवा को समझा रहा है और भारत माता बीच में खड़ी है। मुस्कान के साथ )
क्रिश - डैड इतना महान भारत देश का आज क्या हाल हुआ है ?
डैड - आज का युवा … सीन। … म्यूजिक और आज के दृश्य क्रिश लैपटॉप के पास जाता है और एक बटन दबता है और सीन चेंज होता है.… दो युवा आते है
युवा दिनेश - हाय ! समीर कैसे हो ?
युवा समीर - ठीक है चलती का नाम गाड़ी है दोस्त और आप कैसे हो ?
दिनेश - अपने अपना कैरियर अमिरेका शुरू करना है और इस के लिए मेरे डैड रेडी हुआ है और वीसा मिलते ही अपणुं सिदे अमेरिका -समीर तू भी चल बहुत डॉलर कमांएगे और १० साल बाद यहाँ ही आराम की ज़िन्दगी जिएंगे ऐश करेंगे। …
समीर - पर इस के लिए बहुत पैसों की जरुरत होगी ?
दिनेश - अरे इस में इतना सोचने की क्या बात है इस के लिए बैंक लोन देती है और मेरे डैड ने भी लोन ही लिया है इस के लिए।
समीर - अरे वाह ! अगर ये बात है तो राकेश , विजय , रमेश और श्याम को भी साथ ले चलते है।
दिनेश - अरे यार समीर , नेकी और पूछ पूछ। …
एंकर - दिनेश और समीर ख़ुशी से जाते है अपने दोस्तों के पास और इस तरह एक नहीं दो नहीं हज़ारो युवा भारत के बहार विदेश में जाते है कैरियर के नाम पर, डॉलर कमाने के सोच से और ये सारे युवा विदेशों में अपना टैलेंट दिखाते है और फिर वहीँ के बन जाते है , वहाँ जाने पर डॉलर्स तो मिल जाते है पर मातृ भूमि का जो प्यार है उस से वंचित रह जाते है। ये देखिये।
दिनेश - हैलो (मोबाइल से फैशनेबल कपडे पहने हुए ) माँ हां कैसे हो?
दिनेश की माँ - बेटा दिनेश कैसे हो दिवाली पर घर आओगे न ?
दिनेश - माँ वीसा मिलते ही जरूर आवुंगा ?
दिनेश की माँ - आज १५ साल हुए तुझे गए हुए एक बार भी घर नहीं आये .... फ़ोन कट जाता है और
दिनेश की माँ -( दिनेश के पिता से ) ये सब आपकी वजह से हुआ है अपने ही दिनेश को विदेश बेजा और.…
दिनेश के पिता माँ - तुम चुप रहो एक ही बात तुम्हारी सुन सुन कर मैं परेशान हूँ ?
दिनेश की माँ - अरे अपने घर में क्या कमी थी सब कुछ तो था दो वक्त की रोटी तो तुम्हारे पेंशन से ही मिल जाती थी , अधिक पैसे की लोभ में हमने अपना ही खाना ख़राब किया है। .... हे भगवन ( रोते हुए..... )
एंकर - दोस्तों इस तरह एक ये एक घटना नहीं ऐसे अनेक बाते है जिस से भारत का गौरव खो गया है.....
आईये कुछ इस तरह के और घटनावो को देखते है जहाँ भारत माता नाम से भारत को पुकारते है आज उसी भारत में लड़कियों को की विशय वस्तु की तरह देखा जाता है.…।
एक लड़की - बचाव बचाव बचाव करते हुए भाग जाती है. .... उसके बाद कुछ युवा आते है
युवक - अरे भाग के जाएगी कहा.…… सब युवा मिलकर जोर जोर से हसंते है। … हाह ह्ह्ह हां
एंकर - दोस्तों एक और बात मैं बताना चाहूंगा आज पर्यावरण की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे है आये दिन मल्टी स्टार बिल्डिंग और मॉल बढ़ते जा रहे है और पेड़ कटते जा रहे है जिस की वजह से ग्लोबल वार्मिंग और अन्य समस्या भी आ रहे है.…।
( सीन - एक व्यक्ति पेड़ काटते हुए और उसके बाद एक व्यक्ति उसे पैसा देते हुए और खुश होते हुआ जाते है )
पेड़ का जुंड - चार से पांच युवा पेड़ रूप में आएंगे और ये दृश्य देख भाग जायेंगे और कहेंगे भारत भूमि पर हमारा निवास अब दुश्वार हो गया चलो साथियों कही और जाते है। ( और सीन बदलता है )
क्रिश - डैड अब आप क्या सोच रहे है ?
डैड - क्रिश मैंने देखा बहुत सोचा भी भारत में युवा है उनको भारत में रहकर भारत में ही अगर वो अपना टैलेंट यूज़ करे तो बदलाव आ सकता है लेकिन इस के लिए विज्ञानं की नहीं बल्कि स्वभाव और संस्कार में बदलाव लाना होगा और ये एक आध्यात्मिक शक्ति ही कर सकती है। …… और अभ्यात्मिक शक्ति कहा मिलेंगी ? वैल्यू ब्रेक को spiritual शक्ति ही बना सकती है
क्रिश - डैड क्यों ना हम ये बात जादु से पूछ ले, उसे सब पता है
डैड - हां तो चलो अभी पूछ लेते है। …………
म्यूजिक बदल गरजते हुआ हलका फुल्का लाइट बंद चालू करे। .... और एक युवा जादु के वेश में प्रवेश करता है उसके चारों तरफ लाइट है और बाकी सब जगह अँधेरा है। …
क्रिश - हैल्लो जादु कैसे हो.…………।
जादु - मैं तो ठीक हूँ अपनी सुनाओ
क्रिश - डैड बता रहे थे कोई आध्यात्मिक शक्ति का पता मिल जाता तो................. क्रिश के बात के बीच में ही जादु बोलते है
जादु - मैं सब कुछ जनता हूँ आपके डैड को भारत देश की चिन्ता हो रही है और उन्हें ये भी पता है की यहाँ उनकी विज्ञानं की शक्ति नहीं आध्यात्मिक महाशक्ति ही ये बदलाव ला सकती है। इसी से मनुष्य के स्वभाव और संस्कार में बदलाव आयेगा और भारत फिर से शक्तिशाली और सम्पन्न बन जायेगा भारत फिर से सोने की चिड़िया कहलायेगा। ……………
डैड - लेकिन वो आध्यात्मिक शक्ति है कहाँ ?
जादु - भारत में ही है।
क्रिश और डैड - भारत में !
जादु - हाँ ! आश्चर्य चकित हो गये आप , हा हा। ……… ये आध्यात्मिक शक्ति मिलती है भारत के प्राचीन राजयोग के अभ्यास से
क्रिश और डैड - भारत का प्राचीन राजयोग से ?
जादु - हाँ भाई , सुनो अब एक रहस्यमय बात। . भारत में आज से बहुत समय पहले परमात्मा शिव ( जिसे लोग अल्लाह , गॉड , वाहे गुरू कहते है।) . आकर प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थापना कर ये भारत का प्राचीन राजयोग मनुष्यों को सीखा रहे है पर अभी भी बहुत कम लोग इसे समझ पाये है इसी राजयोग से मनुष्य या व्यक्ति के स्वभाव और संस्कार में बदलाव आयेगा और भारत के साथ सभी मनुष्यों का कल्याण हो जायेगा समझें। …………
क्रिश और डैड - जादु अब हम क्या करे ?
जादु - बताता हूँ आगे सुनो , इस के लिये प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विद्यालय की एक विभाग युवा विभाग के द्वारा सभी युवावों को जगाने के लिए 'ignite the youth' नाम से कार्यक्रम पुरे भारत में चलाये जा रहे है , मैं कहता हूँ आप भी इस कार्य से जुड़ कर अपना और भारत के उत्तान में सहयोगी बनो। … और भारत को फिर गौरव शैली बनाने का येही एक मात्र उपाय है अभी नहीं तो कभी नहीं।
क्रिश और डैड - अवश्य जादु हम अभी से इस कार्य में लग जायेंगे। . धन्यवाद जादु। …………
जादु , क्रिश , क्रिश के पिता , और पांच सदाचारी युवा और सभी भारत माता के साथ स्टेज पर आते है
एक गीत बजता है। …… उठो जगत के वास्ते। …………सभी पात्र एक्शन करते है भारत माँ के साथ भारत माँ ये गीत सुनती है।
एंकर - प्यारे दोस्तों आज हम आपके सामने एक नाटिका दिखा रहे है जिस में भारत का युवा कैसे दिशा हीन बन गया है और फिर से उसे अपने लक्ष्य की तरफ कैसे जोड़े जिस से भारत का और सर्व का कल्याण हो सके।
पहला दृश्य - बिल्डिंग में आग लगी है अन्दर एक बच्ची फसी है बच्ची के माता पिता और कुछ लोग चिल्ला रहे है। बचाव बचाव। …… तभी क्रिश वहाँ आता है और बिल्डिंग के अन्दर जाता है और बच्ची को बचा कर लेकर आता है। और उसे माता पिता के हवाले कर देता है।
क्रिश - ये लो आपकी बच्ची। …
माता पिता - थैंक यू क्रिश
पांच सदाचारी युवा - क्रिश आप ये सब कैसे करते हो ? हमें तो बहुत डर लगता है
क्रिश - कुछ नहीं बस हिम्मत करो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है।
पांच सदाचारी युवा - क्या हम भी आप की तरह बन सकते है ?
क्रिश - हाँ जरूर क्यों नहीं। ……Nothing is Impossible चलो मेरे साथ
गीत - नथिंग इस इम्पॉसिबल .......
दूसरा दृश्य - क्रिश , क्रिश के पिता अपने साधनों के साथ अनुसंधान करते हुए उनके सामने एक लैपटॉप , एक ग्लोब और कुछ लाइट्स और इलेक्ट्रॉनिक चीजें एक मेज पर है और एक कुर्शी इत्यादि। …
क्रिश - हैलो डैड। …
क्रिश के पिता - आज क्या करके आये जनाब !
क्रिश - कुछ नहीं डैड एक बिल्डिंग में आग लगी थी जिस में एक बच्ची फसी थी उसे बचाया।
क्रिश के पिता - क्या वहाँ और कोई नहीं था।
क्रिश - थे तो बहुत पर कोई हिम्मत नहीं कर रहे थे। .
डैड - अच्छा अच्छा ठीक है
क्रिश - डैड काफी दिनों से आप एक ही भारत के नक़्शे को देख रहे हो जब की इस ग्लोब में और भी देश है
डैड - हाँ। मैं एक खोज कर रहा था पुरे विश्व में कौन सा देश सब से शक्तिशाली और सम्पन्न है। और उसी खोज के तहत मुझे ये पता चला की भारत जो है वो सब से शक्तिशाली और सम्पन्न देश था और आज …।
क्रिश - डैड क्या बात है आप रुक क्यों गये …
डैड - क्रिश भारत एक महान देश है जिस की महिमा बहुत है यहाँ आओ ये देखो। ....( लैपटॉप की इशारा करते है और उसी बीच दूसरे पात्र आते है स्टेज के सामने और हल्का सा म्यूजिक और उसके बाद गीत और पात्र एक्शन करते है )
गीत - है प्रीत जहाँ की रीत सदा। ....
( एक युवा और एक वृद्ध और भारत माता - वृद्ध गीत गाते हुए युवा को समझा रहा है और भारत माता बीच में खड़ी है। मुस्कान के साथ )
क्रिश - डैड इतना महान भारत देश का आज क्या हाल हुआ है ?
डैड - आज का युवा … सीन। … म्यूजिक और आज के दृश्य क्रिश लैपटॉप के पास जाता है और एक बटन दबता है और सीन चेंज होता है.… दो युवा आते है
युवा दिनेश - हाय ! समीर कैसे हो ?
युवा समीर - ठीक है चलती का नाम गाड़ी है दोस्त और आप कैसे हो ?
दिनेश - अपने अपना कैरियर अमिरेका शुरू करना है और इस के लिए मेरे डैड रेडी हुआ है और वीसा मिलते ही अपणुं सिदे अमेरिका -समीर तू भी चल बहुत डॉलर कमांएगे और १० साल बाद यहाँ ही आराम की ज़िन्दगी जिएंगे ऐश करेंगे। …
समीर - पर इस के लिए बहुत पैसों की जरुरत होगी ?
दिनेश - अरे इस में इतना सोचने की क्या बात है इस के लिए बैंक लोन देती है और मेरे डैड ने भी लोन ही लिया है इस के लिए।
समीर - अरे वाह ! अगर ये बात है तो राकेश , विजय , रमेश और श्याम को भी साथ ले चलते है।
दिनेश - अरे यार समीर , नेकी और पूछ पूछ। …
एंकर - दिनेश और समीर ख़ुशी से जाते है अपने दोस्तों के पास और इस तरह एक नहीं दो नहीं हज़ारो युवा भारत के बहार विदेश में जाते है कैरियर के नाम पर, डॉलर कमाने के सोच से और ये सारे युवा विदेशों में अपना टैलेंट दिखाते है और फिर वहीँ के बन जाते है , वहाँ जाने पर डॉलर्स तो मिल जाते है पर मातृ भूमि का जो प्यार है उस से वंचित रह जाते है। ये देखिये।
दिनेश - हैलो (मोबाइल से फैशनेबल कपडे पहने हुए ) माँ हां कैसे हो?
दिनेश की माँ - बेटा दिनेश कैसे हो दिवाली पर घर आओगे न ?
दिनेश - माँ वीसा मिलते ही जरूर आवुंगा ?
दिनेश की माँ - आज १५ साल हुए तुझे गए हुए एक बार भी घर नहीं आये .... फ़ोन कट जाता है और
दिनेश की माँ -( दिनेश के पिता से ) ये सब आपकी वजह से हुआ है अपने ही दिनेश को विदेश बेजा और.…
दिनेश के पिता माँ - तुम चुप रहो एक ही बात तुम्हारी सुन सुन कर मैं परेशान हूँ ?
दिनेश की माँ - अरे अपने घर में क्या कमी थी सब कुछ तो था दो वक्त की रोटी तो तुम्हारे पेंशन से ही मिल जाती थी , अधिक पैसे की लोभ में हमने अपना ही खाना ख़राब किया है। .... हे भगवन ( रोते हुए..... )
एंकर - दोस्तों इस तरह एक ये एक घटना नहीं ऐसे अनेक बाते है जिस से भारत का गौरव खो गया है.....
आईये कुछ इस तरह के और घटनावो को देखते है जहाँ भारत माता नाम से भारत को पुकारते है आज उसी भारत में लड़कियों को की विशय वस्तु की तरह देखा जाता है.…।
एक लड़की - बचाव बचाव बचाव करते हुए भाग जाती है. .... उसके बाद कुछ युवा आते है
युवक - अरे भाग के जाएगी कहा.…… सब युवा मिलकर जोर जोर से हसंते है। … हाह ह्ह्ह हां
एंकर - दोस्तों एक और बात मैं बताना चाहूंगा आज पर्यावरण की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे है आये दिन मल्टी स्टार बिल्डिंग और मॉल बढ़ते जा रहे है और पेड़ कटते जा रहे है जिस की वजह से ग्लोबल वार्मिंग और अन्य समस्या भी आ रहे है.…।
( सीन - एक व्यक्ति पेड़ काटते हुए और उसके बाद एक व्यक्ति उसे पैसा देते हुए और खुश होते हुआ जाते है )
पेड़ का जुंड - चार से पांच युवा पेड़ रूप में आएंगे और ये दृश्य देख भाग जायेंगे और कहेंगे भारत भूमि पर हमारा निवास अब दुश्वार हो गया चलो साथियों कही और जाते है। ( और सीन बदलता है )
क्रिश - डैड अब आप क्या सोच रहे है ?
डैड - क्रिश मैंने देखा बहुत सोचा भी भारत में युवा है उनको भारत में रहकर भारत में ही अगर वो अपना टैलेंट यूज़ करे तो बदलाव आ सकता है लेकिन इस के लिए विज्ञानं की नहीं बल्कि स्वभाव और संस्कार में बदलाव लाना होगा और ये एक आध्यात्मिक शक्ति ही कर सकती है। …… और अभ्यात्मिक शक्ति कहा मिलेंगी ? वैल्यू ब्रेक को spiritual शक्ति ही बना सकती है
क्रिश - डैड क्यों ना हम ये बात जादु से पूछ ले, उसे सब पता है
डैड - हां तो चलो अभी पूछ लेते है। …………
म्यूजिक बदल गरजते हुआ हलका फुल्का लाइट बंद चालू करे। .... और एक युवा जादु के वेश में प्रवेश करता है उसके चारों तरफ लाइट है और बाकी सब जगह अँधेरा है। …
क्रिश - हैल्लो जादु कैसे हो.…………।
जादु - मैं तो ठीक हूँ अपनी सुनाओ
क्रिश - डैड बता रहे थे कोई आध्यात्मिक शक्ति का पता मिल जाता तो................. क्रिश के बात के बीच में ही जादु बोलते है
जादु - मैं सब कुछ जनता हूँ आपके डैड को भारत देश की चिन्ता हो रही है और उन्हें ये भी पता है की यहाँ उनकी विज्ञानं की शक्ति नहीं आध्यात्मिक महाशक्ति ही ये बदलाव ला सकती है। इसी से मनुष्य के स्वभाव और संस्कार में बदलाव आयेगा और भारत फिर से शक्तिशाली और सम्पन्न बन जायेगा भारत फिर से सोने की चिड़िया कहलायेगा। ……………
डैड - लेकिन वो आध्यात्मिक शक्ति है कहाँ ?
जादु - भारत में ही है।
क्रिश और डैड - भारत में !
जादु - हाँ ! आश्चर्य चकित हो गये आप , हा हा। ……… ये आध्यात्मिक शक्ति मिलती है भारत के प्राचीन राजयोग के अभ्यास से
क्रिश और डैड - भारत का प्राचीन राजयोग से ?
जादु - हाँ भाई , सुनो अब एक रहस्यमय बात। . भारत में आज से बहुत समय पहले परमात्मा शिव ( जिसे लोग अल्लाह , गॉड , वाहे गुरू कहते है।) . आकर प्रजापिता ब्रह्मा के द्वारा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की स्थापना कर ये भारत का प्राचीन राजयोग मनुष्यों को सीखा रहे है पर अभी भी बहुत कम लोग इसे समझ पाये है इसी राजयोग से मनुष्य या व्यक्ति के स्वभाव और संस्कार में बदलाव आयेगा और भारत के साथ सभी मनुष्यों का कल्याण हो जायेगा समझें। …………
क्रिश और डैड - जादु अब हम क्या करे ?
जादु - बताता हूँ आगे सुनो , इस के लिये प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विद्यालय की एक विभाग युवा विभाग के द्वारा सभी युवावों को जगाने के लिए 'ignite the youth' नाम से कार्यक्रम पुरे भारत में चलाये जा रहे है , मैं कहता हूँ आप भी इस कार्य से जुड़ कर अपना और भारत के उत्तान में सहयोगी बनो। … और भारत को फिर गौरव शैली बनाने का येही एक मात्र उपाय है अभी नहीं तो कभी नहीं।
क्रिश और डैड - अवश्य जादु हम अभी से इस कार्य में लग जायेंगे। . धन्यवाद जादु। …………
जादु , क्रिश , क्रिश के पिता , और पांच सदाचारी युवा और सभी भारत माता के साथ स्टेज पर आते है
एक गीत बजता है। …… उठो जगत के वास्ते। …………सभी पात्र एक्शन करते है भारत माँ के साथ भारत माँ ये गीत सुनती है।
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