भारत में
पांच में से कम से कम एक घर में आसानी से तुलसी का पौधा पाया जाता है,
क्योंकि हिन्दू धर्म में यह एक पूजनीय पौधा है। परन्तु पूजा के अलावा तुलसी
के पत्तों में काफी सारे औषधीय गुण है, जिसकी चर्चा हम यहां करने जा रहे
हैं।
क्या
आप जानते हैं कि तुलसी का पौधा काफी तेजी से उग जाता है, लेकिन कभी पेड़
नहीं बनता। अमूमन इसकी ऊंचाई 3-4 फीट ही रहती है। लेकिन इतना छोटा सा यह
पौधा हमें बड़ी-बड़ी बीमारियों से बचाता है, जैसे कि किडनी के रोग से बचाव,
दिल की बीमारी से बचाव, और भी कई सारे रोगों की एक दवा है ‘तुलसी’।
किडनी की पथरी
लेकिन
इसे भिन्न-भिन्न रोगों का इलाज करने के लिए कैसे इस्तेमाल करना है, यह जान
लीजिए। यदि किसी को किडनी की पथरी है, तो वह तुलसी की पत्तियों को उबालकर
बनाया गया काढ़ा शहद के साथ नियमित रूप से 1 माह तक पीए, उसे आराम मिलना
आरंभ हो जाएगा। इसके प्रयोग से अपने आप ही कुछ समय के बाद पथरी मूत्र मार्ग
से बाहर निकल आती है।
दिल की बीमारी
तुलसी
की पत्तियां खून में बन रहे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करती हैं, इसलिए यह
हृदय रोग से ग्रसित मरीजों के लिए वरदान साबित होती हैं। जिन्हें दिल की
बीमारी हुई हो, उन्हें तुलसी के रस का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। केवल
तुलसी के अलावा यदि इसके साथ हल्दी भी मिलाकर पानी पीया जाए तो अधिक
लाभकारी होता है।
यदि संक्रमण हो तो
लेकिन
जिन्हें रोग है केवल उनके लिए ही क्यों, किसी ही आम व्यक्ति के लिए तुलसी
का रोज़ाना सेवन करना फायदेमंद है। उदाहरण के लिए, यदि फेस पर किसी तरह का
कोई संक्रमण बन रहा है या त्वचा के निखार के लिए भी तुलसी के पानी का
इस्तेमाल किया जाता है।
चमकदार त्वचा के लिए
आप
कुछ घंटों के लिए गुनगुने पानी में तुलसी के पत्ते डालकर रख दें, बाद में
इससे मुंह धो लें। रोज़ाना यह 2-3 बार करेंगे तो आपको अपनी त्वचा में एक
चमकदार फर्क महसूस होगा।
थकान को करे दूर
अब
हम आपको तुलसी का एक ऐसा फायदा बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप
जरूर इसका इस्तेमाल आरंभ कर देंगे। विशेषज्ञों के अनुसार तुलसी के इस्तेमाल
से थकान दूर होती है। अब थकान तो आजकल हर दूसरे व्यक्ति को महसूस होती है,
तो फिर सोच क्या रहे हैं।
रोज़ाना करें इस्तेमाल
रोज़ाना
तुलसी के पानी का सेवन करें या फिर केवल इसे चाय में डालकर भी पी सकते
हैं। इससे चाय तो स्वादिष्ट लगती ही है, साथ ही तुलसी की पत्तियां शरीर से
सारी थकान छू-मंतर कर देती हैं।
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