Friday, May 23, 2025

Special Episodes on Special Days

 



नमस्ते! आशा करता हूँ कि आप सभी स्वस्थ और खुशहाल होंगे। आज मैं आपसे बारिश के मौसम के महत्व और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर कुछ दिलचस्प बातें साझा करना चाहता हूँ।

बारिश का मौसम हमारे जीवन में एक विशेष स्थान रखता है। यह न केवल धरती को हरित बनाता है, बल्कि कृषि के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। हमारे देश में, जहाँ कृषि मुख्य आय का स्रोत है, बारिश का समय फसल के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होता है। यह न केवल खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करता है, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि करता है।

हालांकि, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जलवायु परिवर्तन ने मौसम के पैटर्न में भी बदलाव लाया है। अब बारिश के मौसम की अनियमितता एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी है। कई क्षेत्रों में सूखे और बाढ़ जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो रही हैं, जो मानव जीवन और पारिस्थितिकी तंत्र दोनों को प्रभावित कर रही हैं।

इसलिए, हमें इस बारिश के मौसम का सही तरीके से उपयोग करने और जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूक रहने की आवश्यकता है। हमें जल संरक्षण, वृक्षारोपण और पर्यावरण के प्रति सजग रहने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।

आइए, हम सभी मिलकर इस बारिश के मौसम का स्वागत करें और इसे एक नई शुरुआत के रूप में देखें।


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Radio Talk on Rain


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नमस्कार! आज हम बात करेंगे हमारे आसमान में चमकने वाले खूबसूरत चाँद के बारे में। चाँद, जिसे हम रात के आसमान में देख सकते हैं, केवल एक सुंदर दृश्य नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है।

चाँद का आकार और रंग हमेशा बदलते रहते हैं। यह अपनी संपूर्णता में गोल, तो कभी आधा और कभी केवल एक तिहाई दिखाई देता है। क्या आप जानते हैं कि चाँद की रोशनी सूरज की रोशनी का परावर्तन होती है? इसलिए, चाँद खुद से रोशनी नहीं देता, बल्कि यह सूरज की रोशनी को अपने परावर्तन से हमें दिखाता है।

चाँद का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव है। यह न केवल समुद्र की लहरों को प्रभावित करता है, बल्कि हमारे मनोभावों और भावनाओं पर भी असर डालता है। कई संस्कृतियों में चाँद को देवी-देवताओं का प्रतीक माना जाता है और इसकी पूजा की जाती है।

हमारे चाँद पर इंसानों ने कदम रखा है। 1969 में, नील आर्मस्ट्रांग ने चाँद पर पहला कदम रखा और उन्होंने कहा, "यह एक छोटे से कदम के समान है, लेकिन मानवता के लिए एक विशाल छलांग है।" चाँद पर चलना एक अद्भुत अनुभव था, और आज भी वैज्ञानिक चाँद के रहस्यों को जानने के लिए अनुसंधान कर रहे हैं।

आशा है कि आप सभी चाँद की इस अद्भुत यात्रा का आनंद लेंगे। अगली बार जब आप चाँद को देखें, तो उसके बारे में थोड़ा सोचें और उसकी सुंदरता का आनंद लें।


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Radio Talk on Moon (Chand)


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आपका स्वागत है हमारे रेडियो शो में! आज हम एक विशेष अवसर मनाने जा रहे हैं - विश्व संगीत दिवस। यह दिन संगीत की शक्ति और उसके महत्व को मान्यता देता है, जो न केवल हमें मनोरंजन देता है बल्कि हमारी भावनाओं को भी व्यक्त करने का एक अद्भुत माध्यम है।

संगीत एक ऐसी भाषा है जो बिना शब्दों के भी दिलों को जोड़ती है। यह हमें एकजुट करता है, हमें प्रेरित करता है और हमारे जीवन में खुशियों का संचार करता है। इस दिन, हम संगीत की विविधता का जश्न मनाएंगे, विभिन्न शैलियों और संस्कृतियों से जुड़े गानों की चर्चा करेंगे और आपके पसंदीदा संगीतकारों की कुछ बेहतरीन रचनाएं सुनेंगे।

हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप भी अपने पसंदीदा गाने हमारे साथ साझा करें और अपने अनुभवों को हमारे श्रोताओं के साथ बांटें। आइए, इस विश्व संगीत दिवस पर हम सब मिलकर संगीत की जादुई दुनिया में खो जाएं।


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Radio Talk on World Music Day


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नमस्कार! आपका स्वागत है हमारे विशेष रेडियो शो में, जहाँ हम आज गुरु पूर्णिमा के इस पावन अवसर पर कुछ खास चर्चा करेंगे। गुरु पूर्णिमा का पर्व हमारे जीवन में गुरु के महत्व को दर्शाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे जीवन में जो ज्ञान और मार्गदर्शन हमें मिलता है, वह हमारे गुरु के आशीर्वाद से ही संभव है।

गुरु पूर्णिमा पर हम अपने सभी गुरुओं का सम्मान करते हैं और उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। यह दिन हमें यह सिखाता है कि ज्ञान का दीप जलाना कितना महत्वपूर्ण है। हमारे जीवन में गुरु का स्थान सर्वोच्च है, क्योंकि वे हमें सही राह दिखाते हैं और हमारे विकास में सहायक होते हैं।

इस विशेष कार्यक्रम में हम कुछ प्रेरणादायक कहानियाँ साझा करेंगे, जो हमें हमारे गुरु से जुड़े अनुभवों की याद दिलाएंगी। साथ ही, हम कुछ श्रोताओं को भी आमंत्रित करेंगे कि वे अपने गुरु के बारे में अपने विचार साझा करें।

तो, हमारे साथ जुड़ें और इस गुरु पूर्णिमा को एक विशेष और यादगार दिन बनाएं।

धन्यवाद और शुभ गुरु पूर्णिमा!


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Radio Talk on Guru Poornima


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आप सभी को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! आज का दिन हमारे जीवन की सबसे महत्वपूर्ण और प्यारी शख्सियतों को समर्पित है - हमारी माताओं को।

माँ, एक ऐसा शब्द है जो हमें प्यार, सुरक्षा और निस्वार्थता का अहसास कराता है। हर माँ अपने बच्चों के लिए एक मजबूत आधार बनती है, उनकी खुशियों में शामिल होती है और मुश्किल समय में सहारा देती है।

इस मातृ दिवस पर, हम आपके लिए एक खास कार्यक्रम लेकर आए हैं, जिसमें हम माताओं की कहानियाँ साझा करेंगे। हम सुनेंगे उन श्रोताओं की आवाजें जो अपनी माँ के प्रति अपने प्यार और कृतज्ञता को व्यक्त करेंगे।

आप सभी से निवेदन है कि इस कार्यक्रम में भाग लें और अपनी माँ के लिए एक विशेष संदेश हमारे साथ साझा करें। आइए, मिलकर इस दिन को खास बनाएं और माताओं के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करें।

आपका दिन शुभ हो!


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Radio Talk on Mothers Day


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नमस्कार! आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक विशेष कार्यक्रम, जिसमें हम मनाएंगे हरियाली तीज का पर्व। हरियाली तीज, जो सावन माह की तीसरी तिथि को मनाई जाती है, न केवल प्रकृति के सौंदर्य को दर्शाती है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं का भी प्रतीक है।

इस दिन, महिलाएं अपने पति के सुख और समृद्धि के लिए व्रत करती हैं। हरियाली तीज का पर्व हर जगह हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन, महिलाएं सुहागिनों की तरह सजती हैं, और हरियाली से भरे वातावरण में अपने मन की बात करती हैं। इस अवसर पर, झूला झूलना, गीत गाना, और एक-दूसरे के साथ मिलकर तीज की मिठाइयों का आनंद लेना एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

हमारे इस विशेष कार्यक्रम में हम आपके साथ साझा करेंगे हरियाली तीज के पीछे की कहानियाँ, और साथ ही कुछ खूबसूरत गीत भी सुनाएंगे। तो जुड़िए हमारे साथ और इस खास मौके को और भी खास बनाइए।


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Radio Program on Hariyali Teej



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सभी को नमस्कार! आज हम सावन के पवित्र महीने की बात करेंगे, जो हमारे जीवन में एक विशेष स्थान रखता है।

सावन का महीना, जब बारिश की बूंदें धरती पर गिरती हैं, तब प्रकृति एक नई रौनक से भर जाती है। यह माह प्रेम, भक्ति और समर्पण का प्रतीक है। सावन में भगवान शिव की पूजा का महत्व विशेष रूप से बढ़ जाता है। इस समय लोग कांवड़ यात्रा करते हैं और हरियाली के बीच भगवान शिव के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

सावन में हरियाली, बारिश और खुशियों का एक अनूठा संगम होता है। यह समय प्रेमी जोड़ों के लिए भी खास होता है, जब वह एक-दूसरे के साथ इस मौसम का आनंद लेते हैं।

आज के इस शो में हम सावन की महत्ता, इसके त्योहारों और इसके साथ जुड़े कुछ सुंदर गीतों पर चर्चा करेंगे। तो बने रहें हमारे साथ और सुनते रहें सावन की मधुर रचनाएँ।


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Sawan Radio Talk Show


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 रेडियो टॉक शो पर "सुनने की कला" पर चर्चा

नमस्कार! आज के इस विशेष रेडियो टॉक शो में, हम "सुनने की कला" पर चर्चा करेंगे। सुनना केवल एक शारीरिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण कला है जो हमें एक-दूसरे को समझने और जोड़ने में मदद करती है।

सुनना हमें विचारों, भावनाओं और अनुभवों का आदान-प्रदान करने का अवसर देता है। जब हम ध्यान से सुनते हैं, तो हम न केवल शब्दों को समझते हैं, बल्कि उन भावनाओं को भी समझते हैं जो शब्दों के पीछे छिपी होती हैं। यह कला हमें गहरे संबंध बनाने और संवाद को बेहतर बनाने में मदद करती है।

इस शो में, हम सुनने की कला के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे, जैसे कि सक्रिय सुनना, बिना पूर्वाग्रह के सुनना, और कैसे हम अपने आस-पास के लोगों को बेहतर समझ सकते हैं। हम कुछ रोचक उदाहरणों और अनुभवों को साझा करेंगे, जो हमें इस कला में निपुण बनाने में मदद करेंगे।

आपसे निवेदन है कि इस शो में शामिल हों और अपने विचार साझा करें। हमें सुनकर खुशी होगी कि आप सुनने की कला को अपने जीवन में कैसे लागू कर रहे हैं।

धन्यवाद और सुनते रहिए!


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Listening is an Art Special Episode



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यह प्रेम की मिठास से भरी एक खास पेशकश है —
"प्रेम दिवस" पर एक दिल छू लेने वाला रेडियो कार्यक्रम ✨

🎙️ आरजे रमेश और वंदना के साथ,
जहाँ बात होगी उस अनमोल प्रेम की जो शब्दों से नहीं, आत्मा से जुड़ता है।

💖 यह सिर्फ एक दिन नहीं,
एक अहसास है — शांति, अपनत्व और सच्चे प्रेम का,
जो हर दिल को छू जाए, और हर मन को रोशन कर दे।

📻 तो ज़रूर जुड़िए,
रेडियो मधुबन की खास पेशकश में –
जहाँ प्रेम बोलता है… और आत्मा मुस्कुराती है।
"प्रेम दिवस – एक आत्मिक मिलन"

🕊️ सुनना न भूलें —
एक ऐसा अनुभव जो कहेगा — Wow! यही है सच्चा प्रेम! ❤️

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Prem Diwas Radio Talk show

 
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🎙️ रेडियो मधुबन की एक विशेष आध्यात्मिक प्रस्तुति
"आदि गुरु शंकराचार्य : अद्वैत की दिव्य ज्योति"

आरजे रमेश के साथ चलिए उस पवित्र यात्रा पर —
जहाँ हिमालय की शांत चोटी पर ध्यानमग्न हैं आदि शंकराचार्य,
सिर पर दिव्य आभा, केसरिया वस्त्र, रुद्राक्ष की माला और हाथ में ताड़पत्र ग्रंथ।

पीछे अद्वैत वेदांत के प्रतीक — ॐ और एकत्व का चक्र,
चारों दिशाओं में बसी उनके द्वारा स्थापित चार पीठ —
शृंगेरी, द्वारका, पुरी और ज्योतिर्मठ,
जो जुड़ी हैं ज्ञान के सुनहरे सूत्रों से।

बैकग्राउंड में दिखते हैं प्राचीन मंदिर, बहती नदियाँ, और साधक आत्माएँ।
सूर्योदय की सुनहरी किरणों में नहाई हुई वह दिव्यता,
जिसने सनातन संस्कृति को पुनः जाग्रत किया।

📻 जुड़िए इस आध्यात्मिक विमर्श से,
जहाँ हर शब्द, हर ध्वनि बोले —
"यह है अद्वैत का सत्य – एकत्व में ब्रह्म का दर्शन"
केवल रेडियो मधुबन पर — RJ Ramesh के साथ।

एक अनुभव जो आत्मा को छू जाए...

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Adi Shankaracharya Jayanthi Radio Talk show

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नारी है शक्ति, नारी है ज्योति,
नारी बिना ये दुनिया है खोती।
ममता की मूरत, प्रेम की गंगा,
हर दुख-दर्द में बनती है संगा।

त्याग की मूरत, धैर्य की पहचान,
हर मुश्किल में रखती है मान।
सहनशीलता उसकी पहचान,
हर रिश्ते को देती है जान।

कभी है बेटी, कभी है मां,
कभी बहन तो कभी दुल्हन की शान।
हर रूप में प्रेम बरसाती,
अपनों के लिए हर दुख सह जाती।

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होली, जिसे "रंगों का त्योहार" भी कहा जाता है, भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है. यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाता हैहोली के दिन, लोग एक-दूसरे पर रंग और पानी फेंकते हैं, नाचते-गाते हैं और स्वादिष्ट भोजन का आनंद लेते हैं. 
होली से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैं, जिनमें से सबसे प्रसिद्ध हिरण्यकशिपु और प्रह्लाद की कहानी है. इस कहानी के अनुसार, हिरण्यकशिपु, एक शक्तिशाली राजा था, जो अपने पुत्र प्रह्लाद को भगवान विष्णु की पूजा करने से रोकना चाहता था. उसने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को आग में जलाने का आदेश दिया, क्योंकि होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था. हालांकि, भगवान विष्णु की कृपा से, प्रह्लाद आग से सुरक्षित बच गया, और होलिका जल गई. इस घटना को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है. 
होली का त्योहार आपसी प्रेम, भाईचारे और मेलजोल का प्रतीक है. इस दिन, लोग अपने गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं और नए रिश्ते बनाते हैं. होली का त्योहार न केवल धार्मिक और पौराणिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है. यह त्योहार लोगों को एक साथ लाता है, उन्हें खुशी और उत्साह से भर देता है, और जीवन में सकारात्मकता का संचार करता है. 

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नया साल आ गया है। आपको और आपके संपूर्ण परिवार को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। नववर्ष पर शुभकामनाएं भेजना दर्शाता है कि आप अपने दोस्तों, परिवार और सहकर्मियों के बारे में सोचते हैं और उनकी सुख-समृद्धि की कामना करते हैं। इससे रिश्ते मधुर और गहरे होते हैं। संदेशों और वाॅलपेपर के माध्यम से हम अपने करीबियों को यह महसूस कराते हैं कि वे हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण हैं। नए साल के संदेश अक्सर प्रेरणादायक होते हैं, जो लोगों को नए साल की शुरुआत के लिए ऊर्जा और उत्साह देते हैं। साथ ही बीती बातों को भुलाकर नई शुरुआत करने के लिए नववर्ष संदेश प्रेरित करते हैं। अगर किसी से पुराने मतभेद हैं तो नए साल पर शुभकामनाएं भेजकर मतभेदों को मिटा सकते हैं।


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Happy New Year


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बसंत पंचमी, जिसे वसंत पंचमी या सरस्वती पूजा भी कहा जाता है, एक हिंदू त्योहार है जो वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है। यह त्योहार आमतौर पर माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है, और इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है.
बसंत पंचमी का महत्व:
  • सरस्वती पूजा:
    बसंत पंचमी, ज्ञान, संगीत और शिक्षा की देवी सरस्वती की पूजा का दिन है.
  • वसंत ऋतु का स्वागत: यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का जश्न मनाता है, जब प्रकृति खिलने लगती है और मौसम सुहावना हो जाता है. 
  • नई शुरुआत: बसंत पंचमी को नई शुरुआत और शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए भी शुभ माना जाता है. 
  • पीला रंग: इस दिन लोग आमतौर पर पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और पीले रंग के भोजन का सेवन करते हैं. 
  • बसंत पंचमी कैसे मनाई जाती है?
  • सरस्वती पूजा: इस दिन, लोग देवी सरस्वती की पूजा करते हैं, उन्हें फूल, चंदन, अक्षत, और धूप-दीप अर्पित करते हैं 
  • मंत्र जाप: सरस्वती मंत्रों का जाप किया जाता है, और देवी सरस्वती की स्तुति की जाती है. 
  • पीले वस्त्र और भोजन: लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं और पीले रंग के भोजन जैसे बेसन लड्डू, केसर रबड़ी, या पीले चावल का सेवन करते हैं. 
  • विद्यालयों और कॉलेजों में उत्सव: स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में भी बसंत पंचमी मनाई जाती है, जहां सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है. 

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