Thursday, August 25, 2022

बच्चों का कुकिंग कैसा होना चाहिए उनके दांतो का केयर कैसे करना चाहिए



 नमस्कार साथियों आप सभी से रूबरू होने का एक और मौका मिला है जैसे कि आप सभी जानते हैं मैं एक शो होस्ट करता हूं जिस का नाम है बातें मुलाकाते आज मैं अपनी टॉक शो में डॉ स्वाति से बात कर रहा था जो कि एक बच्चों की दांतों की स्पेशल डॉक्टर है मुझे खुशी हुई कि आज बच्चों के बारे में बात करते है और वह भी बच्चों का कुकिंग कैसा होना चाहिए उनके दांतो का केयर कैसे करना चाहिए इसके लिए बहुत सारी जानकारी डॉ साहिबा के पास है तो मैंने सोचा कि क्यों ना बात किया जाए तो आखिर वो समय आ गया बातें मुलाकाते प्रोग्राम में डॉ स्वाती जी से बात करने का सबसे पहले तो मैंने उनका स्वागत किया और उसके बाद पूछा कि आप इस फील्ड में कैसे आ गए तो स्वाती ने बताया उनके पापा स्पीड में थे वह भी एक डेंटिस्ट है तो उन्हे भी इस फील्ड का एक बचपन से ही आकर्षण बना था और जैसे ही पढ़ाई पूरा किया उसके बाद इसी फील्ड में आगे बढ़े तो फिर मैंने पूछा के बच्चे हैं मां का दूध अमृत के समान है तो इसके बारे में आप का विचार क्या है अगर किसी बच्चे को मां का दूध नहीं मिलता पर्याप्त तो ऐसे में क्या अल्टरनेटिव होना चाहिए डॉ स्वाति ने बड़े प्यार से कहा कि मां का दूध अमृत है वही पिलाना है और कभी ऐसा कुछ ऐसी बात हो जाए की कभी कभी माँ का दूध कम होता है उनके लिए फिर हम गाय का दूध है या मार्केट मे जो अच्छा दूध है वो डॉक्टर के निर्देश से पिला सकते हैं उसे गर्म करके फिर ठंडा करके उसे दे सकते हैं और स्वाती जी ने भी बताइए बच्चों को शुरू से ही बहुत मीठा ना दे मीठा देने से क्या होता है उनके दांतो के प्रॉब्लम्स हो जाता तो इसीलिए मीठा कम दे साथ में ये भी कहा कभी ज्यादा मीठा हो जाए तो उनके दांत अच्छे से साफ कर दे तो प्रॉब्लेम नहीं होगा लेकिन हम कभी ऐसे सोचते नहीं है ना बार-बार इसका आपको ध्यान रखना होगा यह एक बहुत ही अच्छी बात बताएं बच्चों के दांतो को बच्चों के मसूड़ों को ठीक रखने के लिए अगर शुरू में हम कम चीनी दे तो अच्छा है और अगर कभी बाई चांस ज्यादा दे दिया तो उसकी सफाई अच्छी तरह से करना ताकि नुकसान कम होगा, इसके बाद मेरा दूसरा सवाल था कि कई बार बच्चों को हम लोग देखते है जब दांत आते हैं तो बहुत सारे मुश्किलें होती है जैसे मोशन होना उलटी होना तब डॉक्टर स्वाती जी ने बताया भाई बच्चों के दांत आना शुरू हो जाते हैं तो वह कोई भी चीज को चाबना सुरू करते है कोई भी चीज उसके हाथ में या जाए वो मुह में रखकर चाबना सुरू करता है जिसके कारण इंफेक्शन जैसा हो जाता है और पेट खराब हो जाता है तो बच्चों के आसपास हमें बहुत सफाई रखनी चाहिए और जो भी खिलौने वगैरह वह उनके पास रखे तो वह ऐसी खिलाने हो जो साफ-सुथरे हो तो वह मुंह में भी अगर उनको थोड़ा सही सिंह जैसा हो जाता है दांत आते हो तो वह मुंह में हर खिलौने हो उससे उसका नुकसान ना हो साफ सुथरा हो खिलौने बाकी ऐसा हो भी गया तो कोई डरने की बात नहीं उसके लिए दावा भी है और बच्चा जब छे महीने का हो तो कुछ-कुछ चीजें थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खिलाना शुरू कर देना चाहिए और घर की बनी हुई चीजें ही उसको खिलाने से ज्यादा बेटर और जो भी बाहर के प्रोडक्ट है उसे ना खिलाए बच्चे को जितना हो सके घर का ही बना हुआ स्पेशली उसके लिए बनाए मूंग की खिचड़ी बना दिया आलू उबाल करके दे दिया कुछ ऐसी चीजें जो है वह खा सके ऐसी चीजों को गर्म करके आप थोड़ा बहुत ही कम मात्र में दे सकते हैं जिससे उसको एक टेस्ट शुरू हो जाए और बच्चे को खाने की आदत हो जाए फिर मैंने कहा कि आजकल प्रोटीन पाउडर भी खिलाना पड़ता है तो डॉक्टर साहब ने बड़ी अच्छी बात कही जरूरी यह नहीं है कि हम बाहर की चीजें होने दे जरूरी है कि घरेलू जो चीजें हैं घर में आप अगर बादाम अखरोट को थोड़ा सा पीस के हलका गरम दूध में मिलकर दे तो प्रोटीन की मात्रा पूरी हो जाती है मैंने कहा जाते-जाते छोटा सा मैसेज दे स्वाती जे ने कहा सभी हल्दी रहे हंसते मुस्कुराते रहे ऐसी शुभकामनाएं की उसके बाद हमने भी उनके लिए ढेर सारी शुभकामनाएं की फिर मैंने कहा कि आप अगली बार नए विषय को लेकर जरूर आएगा आपके पास बहुत सारे विषय हैं आप साइकिलिंग के बारे में भी बताना चाहते हैं महिलाओं का स्वास्थ्य कैसे अच्छा हो इसके बारे में भी आपके पास अच्छी जानकारी है तो एक नए विषय को लेकर हम बात करेंगे साथियों इसी के साथ मैं भी अभी यज्ञ चाहता हूँ अपने मुझे सुन और पढ़ इस के लिए आप लोगों का भी बहुत-बहुत धन्यवाद


https://www.youtube.com/watch?v=CewSoyAJ3EQ



Thursday, August 18, 2022

करनाली एक महा तीर्थ स्थान

नमस्कार मित्रों कुछ दिन पहले मेरा अचानक से वडोदरा जाना हुआ और हमारे परम मित्र डॉक्टर सज्जन जी से बात हुई और उन्होंने सहज हमे कहा आप करनाली आईए और वो खुद अपनी गाड़ी से हमे लेने वडोदरा आए और उनके साथ हम बातें करते हुए डेड घंटे में करनाली गाँव पहुंचे और देखा की ये गाँव महा तीर्थ की तरह है जहा आप देखो वह आश्रम बने है साधू संतों का दर्शन हो रहे है और हम जहा रूखे वो भी आश्रम ही था जीसे मैया मीरपुरी जी संचालन कर रही है शिव शक्ति पीठ नाम है और अभी गुरुमाइया ने श्री विध्या मंत्र उपासना केंद्र भी सुरू किया है जो भी ईछुक साधक सीखना चाहे जरूर सिख सकते है आश्रम पहुंचते ही हम रिफ्रेश हुए और भोजन कर के मैया से रूबरू हुए वो श्रवण महिना था तो मैया हावन कर रही थी उन्हे नमस्ते करके हम गाँव का चक्र लगाने लगे पास में ही कुबेर जी का भव्य मंदिर है वह गए और कुबेर जी का दर्शन किया महाराष्ट्र और गुजरात के भक्तों से भी मुलाकात हुई दर्शन करके हम बहार आए और बहार आते ही सामने हनुमान जी का दर्शन किया और हनुमान जी का चक्र लगाकर नर्मदा मैया का दर्शन के लिए गए कुछ पल मैया का दर्शन पाकर मन शांत और प्रसन्न हुआ और फिर आश्रम आ गए और फिर मैया मीरपुरी जी से तीन घंटे वार्तालाप का सौभाय प्राप्त हुआ जिससे ज्ञान का बोध हुआ  दूसरे दिन मैया के कुछ भजन भी रिकार्ड करने का मौका मिल आप भी उनके गाए भजन का लाभ ले सकते है नीचे आपके लिए लिंक दिया है 

मैया मीरपुरीजी

https://youtu.be/P0FgU9Fjg1s

https://www.youtube.com/watch?v=9uFQsldpn5Q   

दूसरे दिन सुबह हम डॉक्टर सज्जन जी के साथ करनाली ग्राम विद्यालय में गए वह मुझे बहुत अच्छा लगा और गाँव के स्कूल में सरकार की ओर से पढ़ने के लिए आज बच्चों को अच्छी सुविधा मिल रही है स्कूल यूनिफॉर्म के साथ किताबे और मिडडे मील भी दिया जाता है और बच्चों पर भी टीचर बहुत ध्यान दे रहे है पढ़ाई के साथ साथ गीत संगीत और नृत्य पर भी ध्यान दिया जा रहा है मैंने वहा के शिक्षक और बच्चों से बात किया तो शिक्षक अपनी मेहनत और लगन से बच्चों को अच्छे संस्कार के साथ खेल और मनोरंजन पर भी ध्यान दे रहे है और हुमने कुछ ऐक्टिविटी को रिकार्ड भी किया आप भी इस लिंक से देख सकते है 

https://youtu.be/H5NGMU-PjMQ

और तीसरे दिन हम पहुंचे करनाली से 20 किलोमीटर की दूरी पर मोरिया गाँव है जहा डॉक्टर सज्जन जी ने बहुत ही सुन्दर एक आश्रम बनाया है जहा सर्व धर्म सम भाव की भावनाओं को चित्रित किया है देश की आजादी के लिए जिन लोगों ने अपना सर्वस्व निछावर किया उनकी गौरव गाथा के साथ उनके घोष वाक्य और चित्र भी लगे है जिन्हे देखकर आपका मन देश प्रेम से भर जाएगा और सभी धर्म गुरुओ  के बारे मैं भी बताया गया है उनके नाम और चित्र देख कर आपकी मानस में सत्य क्या है ये सोचने पर मजबूर कर देगा एक बहुत सुंदर भव्य हाल बना है और पास में नर्मदे का दर्शन होता है नीम के पेढ लगे है लॉन में जहा आप बैठ कर घंटों मैया का दर्शन करते हुए आत्मा चिंतन कर सकते है शांत शीतल वातावरण में और नीचे में कुछ मकान बनाए है अगर कोई एक दो दिन रुकना चाहे तो पूछ कर रुख सकते है मेरा मन भी रुकने का हुआ तो एक दिन रूखा और मौन व्रत किया बहुत अच्छा अनुभव को सँजोकर चौथे दिन श्याम को वह से रावण हुवे लेकिन इस बीच एक विशेष विभूति डॉक्टर केशवाचार्य गूरु जी से मेरी मुलाकात सज्जन जी ने कराई बस फिर क्या था उनसे मिलकर उनका अनुभव और ज्ञान का जो सागर मिला जिस से  मन तृप्त हुआ और मैंने उनको अनुरोध किया कुछ बाते आपकी रिकार्ड करना चाहता हूँ तो उन्होंने सहज कहा में किसी को नहीं देता लेकिन आपको मैं एक 10 मिनट दूंगा बस मेरी खुशी और बढ़ी और मैं उन्हे रिकार्ड भी किया जो मेरी यात्रा को परिपूर्ण करती है आप भी एक बार करनाली जरूर जाए और अनुभव करे जीवन का सच्चा आनंद पाए अगर आप शांति और खुदरत का अनोखा नजारा देखना चाहते हो तो ये है जहा प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ साधू संतों का संगम है, मा नर्मदे की पावन गोद में रहना चाहते हो तो करनाली से अच्छा कोई और जगह हो नहीं सकता ॐ शांति . 

https://youtu.be/QewujNgd0q0









Wednesday, July 13, 2022

शारीरिक स्वास्थ्य के साथ राजयोग मन को शांति और शक्ति प्रधान करता है

 शारीरिक स्वास्थ्य के साथ राजयोग मन को शांति और शक्ति प्रधान करता है 




योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य का उपचार करने में मदद करता है बल्कि भावनात्मक और मानसिक सेहत भी सुधारता है. रमेश निशंक कहते है यह आपके जीवन में वर्षों को ही नहीं, आपके वर्षों में जीवन को भी जोड़ता है. शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि योग का अभ्यास करने से आणविक परिवर्तन होते हैं जो प्रतिरक्षा कोशिकाओं के प्रसार को भी प्रोत्साहित करता है. योग से अवसाद को कम करने में भी मदद मिलती है. योग हमेशा से स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा का एक अभिन्न अंग रहा है. दुनिया ने स्वास्थ्य के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण अपनाया है और योग उपदेशात्मक शिक्षा के एक भाग के बजाय ‘प्रायोगिक ज्ञान’ का हिस्सा होगा. अमेरिका के सफलतापूर्वक इसे आधिकारिक खेल के रूप में स्वीकार करने के बाद चर्चा यह भी है योग ओलंपिक में एक प्रतिस्पर्धी खेल के तौर पर शामिल हो सकता है.

हॉलीवुड से लेकर हरिद्वार तक, आम लोगों से लेकर सेलिब्रिटीज तक, हर किसी ने इस महामारी के संकट के दौरान योगाभ्यास के फायदों को गंभीरता से लिया है. मैं हिमालयी राज्य देवभूमि उत्तराखंड से आता हूं जो योग और आयुर्वेद का उद्गम स्थल रहा है. महामारी संकट में आगे के रास्ते के लिए पूरी दुनिया हमारी तरफ देख रही है. जब दुनिया चार दीवारों तक सीमित है तो योग प्रतिरक्षा को बढ़ाने और जीवन के संतुलन को बनाए रखने के लिए सबसे प्रभावी स्वास्थ्य साधन के रूप में उभरा है.

इस कर्म मे ब्रह्मकुमारिस भी यही कहते है शारीरिक स्वास्थ्य के साथ राजयोग मन को शांति और शक्ति प्रधान करता है इस के लिए ब्रह्मकुमारिस बदलापूर इस वर्ष शांति सद्भावना योग साधना के 75 कार्यक्रम केंद्र के अलावा लोगों के घर जाकर उन्हे राजयोग का ज्ञान देकर इसके लाभ बताकर साथ मे प्रयोग भी करेंगे 

कुछ इस तरह 








Tuesday, May 26, 2020

Lock down Chit chat 2



Welcome to Radio Madhuban 90.4 FM in which RJ Ramesh is having chit chat with Keshav Mohan Pandey ji and Dr. Rishipal Dhiman ji during this lockdown.

Dr. Rishipal ji has done his doctorate in chemistry and has hobby of reading many books. Through his gazals, he tried to depict the beauty of life. In his words, " Chemistry deals with chemicals, so is with kitchen which acts as chemistry hall." He further added saying that life without music is meaningless and seems as animal life." He wrote beautiful gazals focusing on current situation quoting hatred can be cured with love and so on.
Another poet named Keshav Mohan Pandey ji joined in the chit chat, who had written various poetry in bhojpuri and hindi. One among them was 'Online zindagi'. He expressed his gratitude to RJ Ramesh for being connected to this live show. He expressed the present scenario of corona virus through his poetry. On being asked about his family, he said he was the youngest fourth son and in his childhood he had performed the role of Ram in Ramayana in nearby temple. He is fond of writing and he continues writing monthly magazines of his Trust. During this lockdown period, he is utilising his time by reading books and doing translation.

Coming back to Dr. Rishipal ji, he too had developed lot of writing skills and wrote plenty of books for which he was awarded for. He has made his home as library. RJ Ramesh asked him if any challenges that he is facing due to lockdown. During this lockdown period, he is working from home and earlier he used to go for walking at night, now he stopped. He advised people to increase their immunity and to take more of fruits and vegetables. Always wear mask while going out.

Mohan Pandey ji was back again where he emphasized on the importance of workers who were always there in our cities to make us feel satisfied with various requirements.

Lock down chit chat





Welcome to Radio Madhuban 90.4 in which RJ Ramesh is interviewing Jitendra Pandey ji,  Ashvini Vashishtha ji and Chetna Bhati ji for the selfless services rendered by them in fighting against corona virus.

RJ Ramesh says that Jitendra Pandey ji and Ashvini Vashishtha ji are working day and night as Indian Army, so they are the real carona warriors for our society. For the past two months, these two corona warriors continuously reached to needy people in different parts of Rajasthan.

In the words of Jitendra Pandey ji, SDM from Goguna said " Firstly, I wholeheartedly thank Radio Madhuban for this initiative to spread the message of services." He said that whatever orders were received from the Government, he used to make people follow them strictly whether it was maintaining social distance or wearing mask. People were made to realize the importance of social distancing.

Another corona warrior named Ashvini Vashishtha ji who served food to needy people. Those people who were in quarantine, were provided food and other necessary items covering whole Rajasthan. He lended money to farmers through Cooperative Banks by having zero balance. He provided free mask and sanitizers to farmers. 

One more brave women who came forward to help in this crisis period was Chetna Bhati ji, SP from Udaipur. She says that when curfew was laid down for the first time, it was very difficult for people to adjust to remain at home. It was a great challenge for her to create the awareness of social distancing. People were warned that if they don't follow the lockdown, then action will be taken. She added further saying that to help women, if you type, 'Hello Mummy' on Google, Udaipur Police will come to help you. Lady officer group is there to help pregnant women. Medicines, ambulance, vaccine, vehicle for transport ,etc can be provided for these women. So positivity is created in the minds of the people for Police.

Speaking again to Pandey ji, he said that lockdown started from 24 th March but we started preparation from 20 th March itself. He added further that people often come here from outside for business or jobs but our staff checked every ward. We have quarantine about 17,500 to 18000 people. Investigation was done on daily basis for corona.

RJ Ramesh asked Pandey ji to give message, he emphasized on work from home. Now 4 th lockdown has started, so people need to follow government norms like social distancing, wearing masks and prefer to buy local goods. So this will make us to become self- reliance.

Thursday, May 14, 2020

A Talk on Deep Sleep






Welcome to Radio Madhuban 90.4 fm in which R.K. Hajela ji is sharing his 
valuable experiences about sleep management with RJ Ramesh. 
According to R.K.Hajela ji, "insomnia is a major problem in current 
times due to modern life styles.Nowadays people are facing lot of 
disturbed and inadequate sleep at night. This problem of not getting
sound sleep wasn't seen forty years ago. One survey showed that 93
people had sleep disturbances." 

RJ Ramesh asked Hajela ji about negative impact of insomnia on our health.
In the words of Hajela ji, " If a person gets inadequate sleep, his work efficiency 
declines and weakens his memory. When a person doesn't get sleep, he visits 
the Doctor and Doctor prescribes sleeping pills. According to National Sleep 
Foundation, an average person  should get sleep atleast seven to eight hours.
Disturbed sleep makes our immune system weak and can also lead to cancer.
If a person faces insomnia problem
for a long time, he increases chances of heat attack by 200% times. 
Thus, it affects his cardiovascular or heart. It also leads to Type 2 diabetes 
and respiratory diseases creating imbalance in the body.
It gives rise to diseases like Dementia and affects reproduction system.
It creates disharmony in hormones."
Few golden rules shared by Hajela ji to overcome sleep disturbances:
1).One needs to change life style especially early to bed by 10.30 pm 
at night and fix an early time to wake up in the morning.
2). Clean and comfortable room with darkness & coolness atmosphere.
3). Switch off all electronic gadgets like TV, mobile,etc atleast one
hour before going to sleep at night.
4). Have light food atleast two hours before sleep.
5). Don't consume tea, coffee, chocolate,etc after sunset.
6). Do breathing exercises or pranayam everyday.
7). Don't bring your professional or work tension at home. 
Because peace of mind will ease your sleep.
8).Read any positive books once you get up in morning.
9). Do meditation before and after getting from sleep. 
When the mind is relaxed, you will automatically get
sound sleep.So when you sincerely follow the above tips, 
you will benefit and then share your experiences.

Friday, May 8, 2020

Indian Heritage & Culture Part 3





Radio Madhuban 90.4 fm Sunte Raho Muskurate Raho.RJ Ramesh के साथ

विषय -भारतीय संस्कृति और विरासत

स्पीकर-prof.गजेंद्र कुमार(इतिहास)

एपिसोड ३

आइए जानते है ,भारतीय संस्कृति की लिपि और भाषाओं के बारे में क्योंकि तकनीक के दौर में हम आमतौर पर हिंदी और अंग्रेज़ी का ही उपयोग करते है ।बोलियों के बारे में कम जानने को मिलता है ।

प्रश्न-भारत की विरासत में भाषा के बारे में कुछ बताइए?

उत्तर-भारत विविधताओं का देश है ।इसकी विरासत बड़ी समृद्ध है।इसकी विभिन्नता के कारण  इसे उपमहाद्वीप भी कहा जाता है ।एक महाद्वीप में जितनी विभिन्नतायें पाई जा सकती है,वे सब भारत में  साथ ही  है।भाषा की एकता की माँग   होती ही है ,इसलिए हिंदी को राष्ट्रीय भाषा के रूप में रखा गया है।अंग्रेज़ी का उपयोग भी   भारत के अधिकांश क्षेत्र में मान्य है ।

लेकिन यदि हम भाषा का वर्गीकरण (categories) करे तो उत्तर,पश्चिम

और पूर्वोत्तर में जो भाषा बोली जाती है उनको इंडोआर्या(indo arya) कहा जाता है ।दक्षिण की तरफ़ द्रविड़ भाषा का समूह हूँ ।भारतीय अपेक्षाकृत tribal(जनजातीय) लोग है।उनकी अपनी ही भाषाएँ है ।जिनकी व्याकरण या लिखित इतनी स्पष्ट नहीं है ।हर ५-१० km क्षेत्र में खड़ी बोलियाँ है।मोटे तौर पर कहे तो हर क्षेत्र में विभिन्न भाषाएँ,बोलियाँ और लिपियाँ आपको मिलेगी ही ।

प्रश्न -भाषा का विद्यार्थी जीवन में क्या महत्व है ?

उत्तर-इसी क्रम में पहले ये कहूँगा कि भारत की जो प्राचीनतम सभ्यता है ,घाटी सभ्यता उसकी लिपि पढ़ी नहीं जा सकी ।ऐसा माना जाता है कि उसका कोई लिखित दस्तावेज़ नहीं है,लेखन की जानकारी तो थी ।चित्र  के माध्यम से लिपि प्रचिलित हुई।इसलिए प्रारम्भिक शिक्षा में भी चित्र,कलाकृति,चित्रकला के माध्यम से समझाया जाता है ।साहित्य को अगर हम काल अवधि के अनुसार देखे तो हमारे पास बुद्ध काल साहित्य ,मौर्य  साहित्य,विदेशियों के यात्रा के दौरान लिखित वृतांत है,साथ ही साथ अनेक विदेशी दार्शनिक और इतिहासकार के द्वारा हमें हमारे  देश  की अनेक जानकारियाँ प्राप्त है ।

बुद्ध और महावीर ने क्षेत्रीय भाषा  अपना कर इसको प्रचिलित किया था ।

वैसे  भारत में १००० से ज़्यादा

भाषाएँ है जो कि आँचलिक,क्षेत्रीय और राजकीय है।मगर हिंदी को official language माना जाता है ।

प्रश्न-भाषा के विषय पर संदेश क्या देना चाहेंगे ?

उत्तर-संवाद का सबसे सहज साधन भाषा ही है ।कहीं कहीं भाव इतने प्रबल हो जाते है कि मौन भी अभिव्यक्ति का साधन बन जाता है ।लेकिन भाषा पर वाद विवाद नहि होना चाहिए । भाषा सहज और सम्पन्न हो और जो जनजातीय में बोली जाए ,वह स्वीकार्य हो।भाषा के विषय को संकीर्णता से दूर रखा जाए क्यूँकि भाषा जोड़ने का काम करती है इसको लोगों को बाँटने के लिए उपयोग ना करे ।स्वदेशी भाषा  को महत्व दे ।भाषा  के आधार पर किसी से भेद  ना करे ।

RJ रमेश- बहुत ही अच्छा संदेश  दिया आपने ।

दोस्तों,भाषा नहीं तो भावनाओं को समझना भी थोड़ा मुश्किल हो जाता है ।यह व्यक्ति विशेष के विकास में बहुत महत्व रखती है ।हम दूसरी भाषा बोल रहे है तो हम अलग हो जाए ऐसा नहि होना चाहिए।भाषा सिखना,बोलना हमें जोड़ने के लिए बनाई गयी है।सबकी अपनी अपनी भाषा हो सकती है पर स्वयं को सशक्त बनाए तोड़े नहीं।😁