सत्य का रास्ता क ि न है
इस रस्ते पर हज़ार चलने की सोचते है मगर
सौ ही चल पाते है .नौ सौ तो सोचकर ही रह जाते है
और जो सौ चल देते है, उनमे केवल दस ही मंजिल तक जाते है
नब्बे तो रस्ते में ही भटक जाते है
और जो दस जाते है , उनमे भी सिर्फ एक ही सत्य को उपलब्द हो पता है
नौ फिर भी किनारे पर आकर डूब जाते है
तभी तो कहते है कि सत्य एक है और याद रखे ..
सत्य परेशान तो हो सकता है लेकिन पराजित नहीं
माना सत्य की नैयया हिलेगी दुलेगी पर डूबेगी नहीं
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