Sunday, April 7, 2013

चांद के पास जो सितारा हैं

चांद के पास जो सितारा हैं, वो सितारा हसीन लगता हैं

चाँद के पास जो सितारा हैं, वो सितारा हसीन लगता हैं
जब से तुम हो मेरी निगाहों में, हर नज़ारा हसीन लगता हैं

जिंदगी दो दिलों की चाहत हैं, हर खुशी प्यार की अमानत हैं
प्यार के पास जो सहारा हैं, वो सहारा हसीन लगता हैं

रात तनहाईयों की दुश्मन हैं, हर सफ़र हमसफ़र से रोशन हैं
मौज के पास जो किनारा हैं, वो किनारा हसीन लगता हैं

आज की रात हैं मुरादों की, रोशनी हैं नये इरादों की
शमा के पास जो शरारा हैं, वो शरारा हसीन लगता हैं 
 
 गीतकार : निदा फाझली 
  गायक : लता - किशोर
  संगीतकार : उषा खन्ना
  चित्रपट : स्विकार किया मैने - १९८३

No comments:

Post a Comment