जो अदृश्य है वही मालिक है
विचार एक शक्ति है जो अदृश्य है
एक विचार मुस्कान देता है
एक विचार दुःख भी देता है
विचार अदृश्य है पर उसके हावभाव दिखते है
एक जो विचार करता है वो भी अदृश्य है
विचारों का रचनाकार याने मैं एक आत्मा !
मैं आत्मा जो अदृश्य हूँ
मेरा शरीर दृश्यमय (दिखता है )
विचार ,रवैया अदृश्य है
लेकिन स्वास्थ दिखता है
ऐसी कोई मशीन नहीं
जो अदृश्य को माप सके
अगर आप अदृश्य में विश्वास रखते है
तो आप अवसर वादी है
आप समझते है आप एक आत्मा है
तो आपको अवसर मिलता है
इस जीवन में और पुनर्जीवन में
मानिए पुनर्जीवन को, कर्म सिद्दांत को
और मैं आत्मा हुँ.
जो दिखाई नहीं दे रहा है
वही आपको सब कुछ नहीं देगा
जो दिखाई दे रहा है
जो दिखाई दे रहा है
विज्ञानं में विश्वास मत करो
जब वो कहता है आप कुछ नहीं
सिर्फ मिट्टी के पुतले हो तत्वों से बने हो
आप एक आत्मा हो , रूह हो
एक बिन्दु हो, शक्ति हो
जो इस शरीर को चलाती हो
जो इस शरीर को चलाती हो
हम सब का पिता एक परमात्मा है
जो एक और ज्योति पुंज है
वो मुझसे अलग है क्यों कि
वो सम्पूर्ण पवित्र है
अपने को आत्मा समझ
उस परमात्मा को याद करो
इस से एक नहीं अनेक
जन्मों का कल्याण होगा
जन्मों का कल्याण होगा
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