ये खुदा तू बता तेरा क्या नाम है, तू है रहता कहाँ तेरा क्या काम है 2
क्या है तेरी हक़ीकत जो गुमनाम है, तुझ पे खुद को छुपाने का इल्ज़ाम है
तूने दुनिया बनाई क्यू मक़सद बता...2
रूहें इसमें बसाई क्यू मतलब जाता...2
तेरे जलवों से रोशन ज़मीन आसमान, क्यू किसी को नज़र ना आता यहाँ
तेरी परदनशीनी का अंजाम है ढूंड था आज भी तुझको इंसान है
ये खुदा तू बता तेरा क्या नाम है, तू है रहता कहाँ तेरा क्या काम है
धर्म मज़हब में है तेरे चर्चे बयान, शान में तेरी लिखते हैं पर्चे वहन...2
सबके भगवान अपने ही अपने जहाँ, ना समाज तुझ को समझे ना लड़ते यहाँ
तू समजदार होके भी अंजान है, है बड़ी करदे इंसान को बदनाम है...
ये खुदा तू बता तेरा क्या नाम है, तू है रहता कहाँ तेरा क्या काम है
तूने जन्नत बनाने की मेहनत भी की फिर ये धोजक कोलने की ज़हमत क्यो की
खेल कैसे गाज़ाब था घजाब ढा दिया, नेकियों को बड़ी से मिला जो दिया
लेना कब तक तुम्हे सबका इंतिहान है, अब सभी के दिलों में ये अरमान है
ये खुदा तू बता तेरा क्या नाम है, तू नाम है, तू है रहता कहाँ तेरा क्या काम है
ये खुदा तू बता तेरा क्या नाम है, तू है रहता कहाँ तेरा क्या काम है...
क्या नाम है...ह्म
ये खुदा...4. "
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