Friday, March 25, 2016

नकारात्मक और सकारात्मक सोच



 आप सब ने नकारात्मक और सकारात्मक सोच के बारे में न केवल ढेर सारे लेख ही पढ़े होंगे, बल्कि जीवन-प्रबंधन से जुड़ी छोटी-मोटी और मोटी-मोटी किताबें भी पढ़ी होंगी। जब आप इन्हें पढ़ते हैं, तो तात्कालिक रूप से आपको सारी बातें बहुत सही और प्रभावशाली मालूम पड़ती हैं और यह सच भी है। लेकिन कुछ ही समय बाद धीरे-धीरे वे बातें दिमाग से खारिज होने लगती हैं और हमारा व्यवहार पहले की तरह ही हो जाता है।

इसका मतलब यह नहीं होता कि किताबों में सकारात्मक सोच पर जो बातें कही गई थीं, उनमें कहीं कोई गलती थी। गलती मूलतः हममें खुद में होती है। हम अपनी ही कुछ आदतों के इस कदर बुरी तरह शिकार हो जाते हैं कि उन आदतों से मुक्त होकर कोई नई बात अपने अंदर डालकर उसे अपनी आदत बना लेना बहुत मुश्किल काम हो जाता है लेकिन असंभव नहीं। लगातार अभ्यास से इसको आसानी से पाया जा सकता है।

महसूस करते हैं कि हमारा जीवन मुख्यतः हमारी सोच का ही जीवन होता है। हम जिस समय जैसा सोच लेते हैं, कम से कम कुछ समय के लिए तो हमारी जिंदगी उसी के अनुसार बन जाती है। यदि हम अच्छा सोचते हैं, तो अच्छा लगने लगता है और यदि बुरा सोचते हैं, तो बुरा लगने लगता है। इस तरह यदि हम यह नतीजा निकालना चाहें कि मूलतः अनुभव ही जीवन है, तो शायद गलत नहीं होगा। 
 

आप थोड़ा सा समय लगाइए और अपनी जिंदगी की खुशियों और दुःखों के बारे में सोचकर देखिए। आप यही पाएंगे कि जिन चीजों को याद करने से आपको अच्छा लगता है, वे आपकी जिंदगी को खुशियों से भर देती हैं और जिन्हें याद करने से बुरा लगता है, वे आपकी जिंदगी को दुखों से भर देती हैं।

आप बहुत बड़े मकान में रह रहे हैं लेकिन यदि उस मकान से जुड़ी हुई स्मृतियां अच्छी और बड़ी नहीं हैं तो वह बड़ा मकान आपको कभी अच्छा नहीं लग सकता। इसके विपरीत यदि किसी झोपड़ी में आपने जिंदगी के खूबसूरत लम्हे गुजारे हैं, तो उस झोपड़ी की स्मृति आपको जिंदगी का सुकून दे सकती हैं।

इस बारे में एक कहानी है- एक सेठजी प्रतिदिन सुबह मंदिर जाया करते थे। एक दिन उन्हें एक भिखारी मिला। इच्छा न होने के बाद भी बहुत गिड़गिड़ाने पर सेठजी ने उसके कटोरे में एक रुपए का सिक्का डाल दिया। सेठजी जब दुकान पहुंचे तो देखकर दंग रह गए कि उनकी तिजोरी में सोने की एक सौ मुहरों की थैली रखी हुई थी। रात को उन्हें स्वप्न आया कि मुहरों की यह थैली उस भिखारी को दिए गए एक रुपए के बदले मिली है।


जैसे ही नींद खुली वे यह सोचकर दुखी हो गए कि उस दिन तो मेरी जेब में एक-एक रुपए के दस सिक्के थे, यदि मैं दसों सिक्के भिखारी को दे देता तो आज मेरे पास सोने की मुहरों की दस थैलियां होतीं। अगली सुबह वे फिर मंदिर गए और वही भिखारी उन्हें मिला। वे अपने साथ सोने की सौ मुहरें लेकर गए ताकि इसके बदले उन्हें कोई बहुत बड़ा खजाना मिल सके। उन्होंने वे सोने की मुहरें भिखारी को दे दीं।

वापस लौटते ही उन्होंने तिजोरी खोली और पाया कि वहां कुछ भी नहीं था। सेठजी कई दिनों तक प्रतीक्षा करते रहे। उनकी तिजोरी में कोई थैली नहीं आई। सेठजी ने उस भिखारी को भी ढुंढवाया लेकिन वह नहीं मिल सका। उस दिन से सेठजी दुखी रहने लगे। 
 

क्या आप यह नहीं समझते कि सेठजी ने यह जो समस्या पैदा की, वह अपने लालच और नकारात्मक सोच के कारण ही पैदा की। यदि उनमें संतोष होता और सोच की सकारात्मक दिशा होती तो उनका व्यक्तित्व उन सौ मुहरों से खिलखिला उठता। फिर यदि वे मुहरें चली भी गईं, तो उसमें दुखी होने की क्या बात थी, क्योंकि उसे उन्होंने तो कमाया नहीं था लेकिन सेठजी ऐसा तभी सोच पाते, जब वे इस घटना को सकारात्मक दृष्टि से देखते। इसके अभाव में सब कुछ होते हुए भी उनका जीवन दुखमय हो गया।

इसलिए यदि आपको सचमुच अपने व्यक्तित्व को प्रफुल्लित बनाना है तो हमेशा अपनी सोच की दिशा को सकारात्मक रखिए। किसी भी घटना, किसी भी विषय और किसी भी व्यक्ति के प्रति अच्छा सोचें, उसके विपरीत न सोचें। दूसरे के प्रति अच्छा सोचेंगे, तो आप स्वयं के प्रति ही अच्छा करेंगे। कटुता से कटुता बढ़ती है। मित्रता से मित्रता का जन्म होता है। आग, आग लगाती है और बर्फ ठंडक पहुंचाती है। 
 

सकारात्मक सोच बर्फ की डल्ली है जो दूसरे से अधिक खुद को ठंडक पहुंचाती है। यदि आप इस मंत्र का प्रयोग कुछ महीने तक कर सके तब आप देखेंगे कि आप के अंदर कितना बड़ा क्रांतिकारी परिवर्तन हो गया है। जो काम सैकड़ों ग्रंथों का अध्ययन नहीं कर सकता, सैकड़ों सत्संग नहीं कर सकते, सैकड़ों मंदिर की पूजा और तीर्थों की यात्राएं नहीं कर सकते, वह काम सकारात्मकता संबंधी यह मंत्र कर जाएगा। आपका व्यक्तित्व चहचहा उठेगा। आपके मित्रों और प्रशंसकों की लंबी कतार लग जाएगी।

आप जिससे भी एक बार मिलेंगे, वह बार-बार आपसे मिलने को उत्सुक रहेगा। आप जो कुछ भी कहेंगे, उसका अधिक प्रभाव होगा। लोग आपके प्रति स्नेह और सहानुभूति का भाव रखेंगे। इससे अनजाने में ही आपके चारों ओर एक आभा मंडल तैयार होता चला जाएगा। यही वह व्यक्तित्व होगा, जो अपने परीक्षण की कसौटी पर शत-प्रतिशत खरा उतरेगा-24 कैरेट स्वर्ण की तरह। 
 

Monday, March 7, 2016

My Collection - चुटकी भर ‘जीरा’ से होगा वजन कम, मात्र 15 दिनों के लिए करें ये प्रयोग


चुटकी भर ‘जीरा’ से होगा वजन कम, मात्र 15 दिनों के लिए करें ये प्रयोग

1. खाद्य पदार्थ

खाद्य पदार्थ
हमारे रोज़ाना के खाने में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों के गुण यदि हम सही रूप से जान लें, तो शायद हम कभी बीमार ना पड़ें। हर एक खाद्य पदार्थ अपने आप भी अनमोल है। शरीर से जुड़ी किसी विशेष परेशानी को खत्म करने की सक्षमता रखते हैं यह खाद्य पदार्थ।

2. वजन कम करने के लिए

वजन कम करने के लिए
आज हम आपको रोज़ाना रसोई घर में इस्तेमाल होने वाले ऐसे ही एक खाद्य पदार्थ से गुणों से अवगत कराएंगे, जो है जीरा। वजन कम करने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते, घंटों तक व्यायाम करना, खान-पान कम कर देना और पसंदीदा चीज़ ही ना खा सकना।

3. जीरा

जीरा
इसके बाद भी कोई बड़ा बदलाव नहीं हासिल होता उन्हें, लेकिन अब जीरा वजन कम करने में आपकी मदद करेगा। खाने के स्वाद को बढ़ाने वाला जीरा, खासतौर से दाल में डालने वाला जीरा हर किसी को पसंद है। कुछ लोग चावल पकाते समय भी जीरे का प्रयोग करते हैं, क्योंकि इसके खुशबू भी काफी अच्छी लगती है जो पकवान की सुगंध को बढ़ा देती है।

4. मसाला मात्र नहीं

मसाला मात्र नहीं
लेकिन खाद्य पदार्थों के गुणों को बढ़ाने वाला मसाला मात्र नहीं है जीरा, इसके गुण तो अनेक हैं। इससे हमारे स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं, जिसमें से विशेष है जीरा के प्रयोग से वजन कम करने की प्रक्रिया। एक ताजा अध्ययन में पता चला है कि जीरा पाउडर के सेवन से शरीर मे वसा का अवशोषण कम होता है जिससे स्वाभाविक रूप से वजन कम करने में मदद मिलती है।

5. बीमारियों से भी बचाता है

बीमारियों से भी बचाता है
वजन कम करने के साथ साथ यह बहुत सारी अन्य बीमारियों से भी बचाता है, जैसे कोलेस्ट्रॉल कम करता है, हार्ट अटैक से बचाता है, स्मरण शक्ति बढ़ाता है, खून की कमी को ठीक करता है, पाचन तंत्र ठीक कर गैस और ऐंठन ठीक करता है। तो यदि उपरोक्त बताई परेशानी किसी को है, तो रोज़ाना जीरा का प्रयोग भोजन पकाते समय अवश्य करें।

6. स्वास्थ्य को मिलने वाले लाभ

स्वास्थ्य को मिलने वाले लाभ
लेकिन जीरा के प्रयोग से स्वास्थ्य को मिलने वाले जिस खास लाभ की यहां हम बात करने जा रहे है, वह है वजन कम करना, और वह भी मात्र 15 दिनों में। जी हां.... जो काम बड़े से बड़ा प्रयोग करने में अक्षम है, वह जीरा का एक छोटा सा प्रयोग करके दिखाएगा। बस निर्देशानुसार आप इसका प्रयोग करें तो जरूर सफल होंगे।

7. पहला प्रयोग

पहला प्रयोग
दो बड़े चम्मच जीरा एक गिलास पानी मे भिगो कर रात भर के लिए रख दें। सुबह इसे उबाल लें और गर्म-गर्म चाय की तरह पियें। बचा हुआ जीरा भी चबा लें। इसके रोजाना सेवन से शरीर के किसी भी कोने से अनावश्यक चर्बी शरीर से बाहर निकल जाती है।

8. दूसरा प्रयोग

दूसरा प्रयोग
किंतु यदि आपको यह प्रयोग अधिक पसंद ना आए, तो जीरे को खाद्य पदार्थ में अच्छी मात्रा में प्रयोग करें और रोज़ाना इस्तेमाल करें। एक अन्य उपाय के अनुसार आप 5 ग्राम दही में एक चम्मच जीरा पाउडर मिलाकर यदि इसका रोज़ाना सेवन करें, तो वजन जरूर कम होगा।

9. तीसरा प्रयोग

तीसरा प्रयोग
3 ग्राम जीरा पाउडर को पानी में मिलाएं इसमें कुछ बूंदें शहद की डालें फिर इसे पी जाएं। वेजिटेबल यानि सब्जियों के उपयोग से सूप बनाएं, इसमें एक चम्मच जीरा डालें। या फिर ब्राउन राइस बनाएं इसमें जीर डालें यह सिर्फ इसका स्वाद ही नहीं बढ़ाएगा बल्कि आपका वजन भी कम करेगा।

10. चौथा प्रयोग

चौथा प्रयोग
अदरक और नींबू दोनों जीरे की वजन कम करने की क्षमता को बढ़ाते हैं। इसके लिए गाजर और थोड़ी सब्ज़ियों को उबाल लें इसमें अदरक को कद्दूकस यानि कि बिल्कुल बारीक कर लें, साथ ही ऊपर से जीरा और नींबू का रस डालें और इसे रात में खाएं।

11. 15 दिनों के पश्चात कम होगा वजन

15 दिनों के पश्चात कम होगा वजन
यदि प्रतिदिन आप बताए गए इन चार उपायों में से दो भी अपना लें, तो यकीनन आपका वजन 15 दिनों के पश्चात कम होता दिखाई देगा। विशेषज्ञों के अनुसार जीरे में मौजूद पोषक तत्व और एंटीऑक्सीकडेंट चयापचय को बढ़ाता है, जिससे पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है। यह चर्बी ही तो मोटापे को दावत देती है, जो जीरे के प्रयोग से खत्म की जा सकती है।

12. अन्य फायदे

अन्य फायदे
इसके अलावा जीरा खाने को पचाने में मदद करता है जिससे गैस कम बनती है। ऐंठन और पेट फूलना ख़राब पाचन की समस्या हैं। जीरा गैस को बनने से रोकता है जिससे पेट और आंतों में अच्छे से खाना पच जाता है।

13. हार्ट के मरीजों के लिए सही

हार्ट के मरीजों के लिए सही
हार्ट के मरीजों के लिए भी बेहद फायदेमंद है यह जीरा, जीरा कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है। इसके साथ ही फैट को शरीर में बनने से रोकता है। इसलिए यह वजन कम करने में मदद करता है साथ ही हार्ट अटैक से भी बचाता है।

14. अन्य फायदे भी

अन्य फायदे भी
चलिए यह तो रही सेहत की बात, लेकिन जीरा सौंदर्य भी निखारेगा यह नहीं जानते होंगे आप। दरअसल जीरे में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो आपकी त्वचा पर पड़े विभिन्न दाग-धब्बों को हल्का करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा त्वचा का काला पड़ जाना या मुरझा जाना, आदि समस्याओं को हल भी जीरे के कुछ घरेलू नुस्खों से हासिल किया जा सकता है।

15. त्वचा के लिए फायदेमंद

त्वचा के लिए फायदेमंद
जीरे में विटामिन ‘ई’ पाया जाता है, जो त्वचा के लिए काफी लाभदायक होता है। इसके अलावा जीरे में कुछ ऐसे तत्व भी मौजूद होते हैं जो त्वचा को संक्रमण रहित बनाते हैं। यदि किसी के चहरे पर कोई दाग-धब्बे, पिंपल या किसी प्रकार का कोई इंफेक्शन हो गया हो, तो थोड़ा-सा जीरा पीसकर किसी भी फेस पैक में मिलाकर लगा लें, जल्द से जल्द आराम मिलेगा।

16. जवान बनाता है

जवान बनाता है
लेकिन जीरे के प्रयोग से मिलने वाला एक और फायदा आपको चौंका कर रख देगा। इसके प्रयोग से आप सौंदर्य को निखार सकते हैं, यह आपको जवान बना सकता है।

17. संक्रमणों को काटता है

संक्रमणों को काटता है
जी हां.... जिस प्रकार से जीरे में मौजूद विटामिन ई तमाम तरह के त्वचा संबंधी संक्रमणों को काटता है, उसी प्रकार से यह उन चीज़ों से भी छुटकारा दिलाता है जो त्वचा में ढीलापन लाते हैं। क्योंकि त्वचा ढीले होने के बाद ही झुर्रियां बनती हैं, जो बुढ़ापे की निशानी होती हैं।

18. जीरे में विटामिन ई

जीरे में विटामिन ई
जीरे में मौजूद विटामिन ई चेहरे की त्वचा में कसाव लाता है, उसका निखार बढ़ाता है और आपको हमेशा जवान दिखने में मदद करता है। इसके लिए आपको अधिक मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है, हफ्ते में एक बार या दो हफ्ते के बाद जब भी आप फेस पैक लगाएं उसके चुटकी भर जीरे का पाउडर मिला लें।

19. नियमित मात्रा में ही डालें

नियमित मात्रा में ही डालें
ध्यान रहे, इसे नियमित मात्रा में ही डालें, क्योंकि इसके अधिक होने से प्रभाव उलटा भी हो सकता है। फेस पैक में जीरा मिलाकर लगाने से आपको यकीनन कुछ समय में ही आपको चेहरे की वो पहले वाली रंगत दिखनी आरंभ हो जाएगी।

20. खुजली से आराम

खुजली से आराम
जिस प्रकार से जीरा त्वचा को निखारने का काम करता है, संक्रमण रहित बनाता है, उसी प्रकार से यह हमें खुजली जैसी परेशानी से भी राहत दिलाता है। यदि किसी को निरंतर खुजली रहने की शिकायत हो तो थोड़े से पानी में जीरा उबाल लें, बाद में उसे छानकर नहाने वाले पाने में मिलाकर नहा लें। यह प्रयोग जरूर आराम दिलाएगा...

21. बालों के लिए

बालों के लिए
अब अंत में बताते हैं जीरा आपके बालों के लिए कैसे फायदेमंद है। जीरा में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और बालों की ग्रोथ अच्छी करने वाला तैलीय तत्व पाया जाता है। अगर आपको बालों को लंबा एवं घना बनाने के लिए जीरा का प्रयोग करना है, तो इसके लिए आपको रसोई घर में इस्तेमाल होने वाला जीरा नहीं, बल्कि काला जीरा चाहिए होगा।

22. काला जीरा

काला जीरा
जी हां... काला जीरा बालों को मजबूत एवं लंबा बनाने के लिए उपयोगी है। आप इसे विभिन्न प्रकार से प्रयोग में ला सकते हैं। आप बालों पर यदि ऑलिव ऑयल इस्तेमाल करते हैं तो उसमें काला जीरा मिलाकर लगा सकते हैं।

23. बालों के झड़ने की परेशानी

बालों के झड़ने की परेशानी
यदि किसी को बालों के झड़ने की परेशानी है तो, बाल धोने के बाद काला जीरा वाला तेल उस हिस्से पर सीधा लगाएं जहां बालों की संख्या निरंतर कम हो रही हो। ऐसा रोज़ाना करेंगे, तो जल्दी असर दिखाई देगा। इसके अलावा आप रोज़ाना काला जीरा का दवा की तरह सुबह-शाम सेवन भी कर सकते हैं।

Wednesday, March 2, 2016

Hindi Geet.....Roj karo Chintan

रोज करो चिन्तन
रोज करो चिन्तन
क्या क्या पढ़ा  गुना क्या क्या
इस पर कुछ करो मनन
रोज करो चिन्तन
रोज करो चिन्तन।
भूल न हो कोई तुमसे
इसका भी ध्यान रहे
मन में किसी भी मोह का
भी कुछ ना स्थान रहे
बैरागी पर रहता है
आपने स्वरूप का धन।
रोज करो चिन्तन
रोज करो चिन्तन
कहा बाबा ने जो करना
कुछ नहीं छुपना है
उसके जैसा प्यार का सागर
बस बन जाना है
निर्मोही रहने का अपनाना
तुम सदा चलन
रोज करो चिन्तन
रोज करो चिन्तन
शक्तिमान के पुत्र कभी ना
शक्तिहीन होते
सत्य रहे चेहरे पे दिव्यता
कभी ना खोट
बाबा का आशीर्वाद जगत में
सबसे बड़ा है धन
रोज करो चिन्तन
रोज करो चिन्तन 
 
Lyrics by - Sushil sarit

Saturday, February 27, 2016

Hindi Geet ..... Gyan yog ki karo

ज्ञान योग की करो शौक से 
शौक से करो पढ़ाई 
इसी पढ़ाई से हो सकती 
सच्ची नेक कमाई 

ज्ञान बिना है लाभ भला 
कब किसको जग में मिलता। 
माया करती लढाई, नशा 
उल्टा ही उल्टा चढ़ता 
अपनी कमी को छुपाकर 
खुद को ठगना कभी 
ज्ञान योग की करो शौक से 
शौक से करो पढ़ाई 

याद रहे विपरीत नियम के 
कुछ भी नहीं है करना 
कंकड़ रूपी औगुण छोड़के 
गुण के मोती तुम चुगना 
बन कर हँस ज्ञान - सागर में 
रहना मेरे भाई। 

ज्ञान योग की करो शौक से
शौक से करो पढ़ाई 
इसी पढ़ाई से हो सकती 
सच्ची नेक कमाई 

Lyrics - Sushil Sarit




Hindi Geet ......Satya dharm ki

सत्य धर्म का कार्य को स्थापित 
    बाबा ने जो उसको मानो 
उसको समझो धर्म की 
सच्ची रूह को तुम पहचानों। 

विष्णु पूरी जाने की इच्छा है तो 
एक संग जुड़ जाओ 
एक पिता को याद करो दिल से 
उसकी ही तरफ मूड जाओ। 

जो अशुद्ध है खान - पान 
उसको त्यागो यह मानो 
इसको समझो धर्म अपना 
सच्ची रूह को तुम पहचानों। 

पूर्ण ह्रदय से वफा करोगे 
  तो सम्पूर्ण बनोगे 
दुःख से मुक्ति मिलेंगी 
सुख की सीढ़ी चढ़ेंगे। 

सत्य धर्म का कार्य को स्थापित 
    बाबा ने जो उसको मानो 
उसको समझो धर्म की 
सच्ची रूह को तुम पहचानों।



                                                                  Lyrics By - sushil sarit
 

Friday, February 26, 2016

My Collection of Shayaris



पास आकर सभी दूर चले जाते हैं;
अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं;
इस दिल का दर्द दिखाएँ किसे;
मल्हम लगाने वाले ही जखम दे जाते हैं!
 

प्यार करने वालों की किस्मत खराब होती है,
हर वक़्त इंतेहा की घड़ी साथ होती है,
वक़्त मिले तो रिश्तो की किताब खोल के देख लेना,
दोस्ती हर रिश्ते से लाजवाब होती है.. 
 
कहाँ मांग ली थी कायनात मैंने,
जो इतना दर्द मिला,
ज़िन्दगी में पहली बार खुदा,
तुझसे ज़िन्दगी ही तो मांगी थी।।  
          
मुस्कारने के मकसद न ढूँढ,
वर्ना जिन्दगी यूँ ही कट जाएगी,
कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देख,
तेरे साथ साथ जिन्दगी भी मुस्कुरायेगी।        



रूठी जो ज़िन्दगी तो मना लेंगे हम,
मिले जो गम वो सह लेंगे हम,
बस आप रहना हमेशा साथ हमारे तो,
निकलते हुए आंसुओं में भी मुस्कुरा लेंगे हम!

 
 हम भी है कुछ अधूरे से तेरे बिना
इतना की अलफ़ाज़ में नही बोल सकते
बिना बोले समझ जाती है तू मुझे
इसी सुकून से जी रहा हु आज भी यहा।।
 
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो ख़ुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी ख़ामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जाए!
 

रूठा रहे मुझसे वो, मंजूर है, लेकिन,
उसे समझा दो कि वो मेरा शहर ना छोङे,
प्यार तो किस्मत में नहीं है शायद,
कम से कम उसका दीदार तो होता रहे।

Monday, February 15, 2016

Agar Aasman Tak Mere Hath Jate......Hindi Lyrics

    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते
    कही दूर परियो की नगरी मैं चल कर
    मोहब्बत का एक आशियाना बनाते

    अगर आसमान तक मेरा हाथ जाते
    तो हम चाँदनी से राहे सजाते
    कही दूर परियो की नगरी मैं चल कर
    मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते

    यहा पर वाहा पर बिखेरेंगे कालिया
    महकती रहेगी ये फूलो की गलिया
    यहा पर वाहा पर बिखेरेंगे कालिया
    महकती रहेगी ये फूलो की गलिया
    ये ज़िल मिल करेरी रेशमी से नज़ारे
    चलेंगे यहा धड़कनो के इशारे
    चलेंगे यहा धड़कनो के इशारे

    तो किरणों का आँगन मैं पेहरा बिठाते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते

    यहा सिर्फ़ बरसे वाफाओ के बदल
    भिगो के हम को ये कर देंगे पागल
    यहा सिर्फ़ बरसे वाफाओ के बदल
    भिगो के हम को ये कर देंगे पागल

    यहा हम बहारो की चादर बिछाए
    मोहब्बत की खुशबू यहा पर लुटाए
    मोहब्बत की खुसबू यहा पर लुटाए
    खुशियो के पंछी यहा हम उड़ते
    अगर आसमान तक मेरे हाथ जाते

    कही दूर परियो की नगरी मैं चल कर
    मोहब्बत का एक आशियाना बनाते
    अगर आसमान तक मेरा हाथ जाते
    तो हम चाँदनी से राहे सजाते
    तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते
    तो हम चाँदनी से राहे सजाते
   तो कदमो मैं तेरे सितारे बिछाते।

गीतकार - महेन्द्र दळवी
संगीतकार - दिलीप सेन और समीर सेन
गायक - सोनू निगम और अनुराधा पोडवाल