" हिंदू नव वर्ष " और " चेत्र नवरात्री "
११ अप्रैल २०१३ ये दिन वर्ष का सब से सुभ माना गया है आज हिंदू धर्म के अनुसार नया साल है जिसे सभी राज्य में मनाया गया और ख़ुशी की बात ये है की आज नवरात्री की भी सुरवात है और महारास्ट्र में आज गुड्डी पड़ाव के नाम से और अन्द्र प्रदेश में उगादी के नाम से सिंद प्रांत में हिन्दू नव वर्ष अन्य दुसरे राज्य में भी इसी तरह का उत्सव मनाया गया आईये अब आबू रोड की बात करते है ...
नवरात्रि के व्रत का पारण (व्रत खोलना) दशमी में करना अच्छा माना गया है, यदि नवमी की वृद्धि हो तो पहली नवमी को उपवास करने के पश्चात् दूसरे 10वें दिन पारण करने का विधान शास्त्रों में मिलता है। नौ कन्याओं का पूजन कर उन्हें श्रद्धा व सामर्थ्य अनुसार भोजन व दक्षिणा देना अत्यंत शुभ व श्रेष्ठ होता है। इस प्रकार भक्त अपनी कर सकते है ऐसा रमेश अग्रवाल जी ने कहा और जब हम मणीलाल पंडितजी से बात की तो जिस तरह की मेरी सोच थी उस से अलग उनोहों बताया भक्ति आदि जो भी है ये अपने मन को खुश करने की बात है सही बात तो ये है की आप अपने घर में जो माँ या दादी है उनकी अच्छी तरह से सेवा करो और आपकी पत्नी या बेटी है उनका भी दिल से सम्मान करो और उनका धयान रखको येही बड़ी सेवा और भक्ति है और जो बाज़ार या रास्ते में महिला को देखो तो उनको भी उतना ही सम्मान दो जितना आप अपने घर के लोगो को देते हो .......
आबू रोड के बहुत लोगो से मेरी बात हुई सब के दिल में बहुत उमंग और उत्साह था आज एक ख़ुशी उनके चहरे पर थी ऐसा लग रहा था की उनको आज कुछ अनोखी ख़ुशी मिल रही हो जिसका वो शब्दों में वर्णन नहीं कर पा रहे थे पर भाव उनके चहरे से पता चल रहा था .